INSV Tarini : भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों द्वारा संचालित INSV तारिणी ने नविका सागर परिक्रमा-II के तीसरे चरण के दौरान पॉइंट नीमो को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने 30 जनवरी को भारतीय समयानुसार 0030 बजे हासिल की। वे इस समय न्यूजीलैंड के लिटलटन बंदरगाह से फॉकलैंड द्वीपसमूह के पोर्ट स्टैनली की यात्रा पर हैं।
पॉइंट नीमो दक्षिण प्रशांत महासागर का सबसे दूरस्थ स्थान है, जो किसी भी भू-भाग से करीब 2,688 किमी की दूरी पर स्थित है। इस अत्यंत दुर्गम क्षेत्र को “ओशनिक पोल ऑफ इनऐक्सेसेबिलिटी” कहा जाता है, जहां मानव उपस्थिति विरले ही होती है। दिलचस्प बात यह है कि कई अंतरिक्ष एजेंसियां पुराने और निष्क्रिय उपग्रहों को नियंत्रित तरीके से पृथ्वी के वायुमंडल में गिराने के लिए इस स्थान का उपयोग करती हैं, जिससे उन्हें महासागर में डुबो दिया जाता है।
INSV तारिणी ने इस क्षेत्र को सिर्फ पाल की सहायता से पार किया, जो इसे और भी विशिष्ट बनाता है। यह उपलब्धि भारत की महिला नौसैनिकों के साहस और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। इस दौरान, अधिकारियों ने समुद्र जल के महत्वपूर्ण नमूने भी एकत्र किए हैं, जिन्हें वैज्ञानिक अध्ययन के लिए राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान भेजा जाएगा। इन नमूनों के विश्लेषण से समुद्री जैव विविधता और जल के रासायनिक तत्वों की जानकारी मिल सकेगी।
नविका सागर परिक्रमा-II भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों की दृढ़ इच्छाशक्ति और वैज्ञानिक अनुसंधान में उनके योगदान का प्रमाण है। INSV तारिणी अब अपने अगले गंतव्य पोर्ट स्टैनली की ओर बढ़ रही है।