श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) जीएसएलवी-एफ15 मिशन से एनवीएस-02 उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में स्थापित करने के लिए तैयार है। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से यह 100वां प्रक्षेपण है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती क्षमताओं को और रेखांकित करती है। शार में दूसरे लॉन्च पैड (एसएलपी) से होने वाला यह प्रक्षेपण भारत के जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) की 17वीं उड़ान और स्वदेशी क्रायोजैनिक स्टेज के साथ 11वीं उड़ान होगी। इस मिशन के लिए पेलोड फेयरिंग 3.4 मीटर व्यास वाला एक धातु संस्करण है जिसे एनवीएस-02 उपग्रह को इसके प्रक्षेपण और अंतरिक्ष में चढ़ने के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया है। मिशन के केंद्र में एनवीएस-02 उपग्रह है, जिसे भारतीय नक्षत्र प्रणाली के साथ भारत के नैविगेशन (एनएवीआईसी) को बढ़ाने के लिए कक्षा में तैनात किया जाएगा।