School Bus की हुई Brake Fail, चालक की सूझबूझ से बाल-बाल बचे स्कूली बच्च

कठुआ: जाको राखे साइयां मार सके न कोई यह कहावत इस खबर में सटीक बैठती है। कठुआ शहर के एक निजी स्कूल बस की अचानक ब्रेक फेल हो जाने से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्कूल बस में 15 से 20 स्कूली छात्र सवार थे, लेकिन चालक ने अपनी सूझबूझ से सभी बच्चों को.

कठुआ: जाको राखे साइयां मार सके न कोई यह कहावत इस खबर में सटीक बैठती है। कठुआ शहर के एक निजी स्कूल बस की अचानक ब्रेक फेल हो जाने से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। स्कूल बस में 15 से 20 स्कूली छात्र सवार थे, लेकिन चालक ने अपनी सूझबूझ से सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया जबकि एक छात्र को मामूली चोटें आई हैं। मंगलवार को कठुआ के अधीन पड़ते गांव मेरथ में एक निजी स्कूल बस की अचानक ब्रेक फेल हो गई,जिसमें स्कूल के 18 से 20 बच्चे सवार थे।

इसी बीच चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए बस को सड़क के किनारे खड़ी एक मैटाडोर के पीछे टक्कर मार दी, जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। हालांकि गाड़ी की रफ़्तार भी कम थी और सड़क के किनारे खड़ी एक मेटाडोर के पीछे टक्कर मारने से बस की गति और कम हो गई और सभी स्कूली छात्र बाल- बाल बच गए, मात्र एक बच्चे को मामूली चोटें आई है, जिसे उपचार के बाद घर भेज दिया गया। इसी बीच कुछ स्थानीय लोगों ने इस दुर्घटना को लेकर निजी स्कूलों के प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रकट किया।

स्थानीय लोगों का कहना था कि बस में ब्रेक आयल न होने से तकनीकी खराबी के कारण ब्रेक फेल हुई है। उनका कहना था कि अगर सड़क के किनारे मैटाडोर न खड़ी होती तो शायद एक बड़ा हादसा हो जाता और जिसमें कई स्कूली बच्चे घायल हो जाते। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि निजी स्कूल बसों की तकनीकी जांच करवाई जाए। क्योंकि अगर स्कूल प्रबंधन ट्रांसपोर्टेशन के लिए फीस के अलावा पैसे लेते हैं तो उसके लिए स्कूल प्रबंधन को गाडियों की मुरम्मत भी समय-समय पर करवानी चाहिए। फिलहाल सभी स्कूली बच्चे सुरक्षित हैं।

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