बडगाम: श्रीनगर हवाई अड्डे के आसपास ईंट भट्ठों की बढ़़ती संख्या से विमानन सुरक्षा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचने संबंधी चिंताएं पैदा हो गई हैं। इन ईंट भट्ठों से निकलने वाले काले धुएं के चलते श्रीनगर के वायु सेना स्टेशन के अधिकारियों ने इन गतिविधियों को रोकने के लिए नगरीय प्रशासन को एक पत्र लिखा है। कश्मीर संभागीय आयुक्त को 21 मार्च को लिखे पत्र में कहा गया है, वायु सेना स्टेशन, श्रीनगर के आसपास ईंट भट्टों से बड़ी मात्रा में धुआं और महीन कणों का उत्सर्जन हो रहा है।
इस धुएं का पर्यावरण और उड़ानों की दृश्यता पर भी प्रभाव पड़ता है। यह देखा गया है कि पिछले 10 साल के दौरान, ईंट भट्ठों की संख्या तेजी से बढ़़ी है। पत्र में यह उल्लेख भी किया गया है कि स्थानीय सेब उत्पादकों ने आवासीय और बाग क्षेत्रों के आसपास नए ईंट भट्ठे स्थापित करने के खिलाफ वायु सेना स्टेशन को एक प्रतिवेदन दिया था। मुख्तार अहमद भट नामक किसान ने कहा, यहां अवैध ईंट भट्टे स्थापित किए जा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शुरू में भट्टों को स्थापित करने के खिलाफ फैसला सुनाया था, लेकिन 6 महीने बाद इनके निर्माण पर सहमति जताई थी।
हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि उन्होंने बागवानी और कृषि भूमि पर इस तरह की गतिविधि के लिए सहमति कैसे दी। भट्ठों से निकलने वाला यह प्रदूषण हमारी खेती के लिए खतरा है। हमारी आजीविका इसी खेती पर निर्भर है। चदूरा के एसडीएम पीएन हामिद ने कहा कि अभी तक कोई नया ईंट भट्ठा स्थापित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, काफी संख्या में ईंट-भट्टे पहले से वहां मौजूद हैं। ईंट भट्ठा अधिनियम के तहत सख्त मानदंड हैं जिसके तहत ये भट्टे संचालित होते हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उन्हें पर्यावरण मंजूरी दी है जिसके आधार पर उपायुक्त ने लाइसैंस जारी किया है। मेरी जानकारी में कोई नया ईंट भट्ठा स्थापित नहीं किया जा रहा है। हामिद ने कहा कि जब शिकायत मिली कि रंगीन कुलत्रेह इलाके में कुछ लोग ईंट भट्ठा बनाने के लिए कृषि भूमि की खुदाई कर रहे हैं तो प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की। वायुसेना स्टेशन के पत्र के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बडगाम के उपायुक्त को पत्र लिखा होगा।