किश्तवाड़/जम्मू। जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के विभिन्न इलाकों में लोग आतंकवादियों द्वारा दो ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) की हत्या किए जाने की घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय लोगों में विश्वास बहाल करने के लिए हत्याओं में शामिल आतंकवादियों को ‘‘तत्काल खत्म’’ करने की मांग की। जिले के द्राबशाला इलाके में सैकड़ों लोग जमा हुए, टायर जलाए और सड़कें जाम कीं। उन्होंने पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ नारेबाजी की और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। आज सुबह कुंतवाड़ा और अन्य इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन की सूचनाएं मिलीं, जहां ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए गए और सड़क पर धरना दिया गया। द्राबशाला निवासी कुलदीप सिंह ने कहा, ‘‘इस तरह की घटना इस क्षेत्र में अरसे से नहीं हुई थी। पीड़ित अपने मवेशी चरा रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया और उनकी हत्या कर दी।
यह कायरतापूर्ण कृत्य है। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। लोग आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं।’’ प्रदर्शनकारियों ने आतंकवादियों के तत्काल खात्मे की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस कृत्य में शामिल आतंकवादियों को खत्म करने के लिए व्यापक अभियान चलाने की मांग करते हैं। सुरक्षा बलों को पूरे पर्वतीय क्षेत्र की जांच करनी चाहिए ताकि लोग इन इलाकों में मवेशी चराने में सुरक्षित महसूस करें।’’ जिले में निवासियों ने बंद का भी आह्वान किया है। ‘सनातन धर्म सभा’ संगठन ने शुक्रवार को हुई हत्याओं के विरोध में किश्तवाड़ में पूर्ण बंद का आह्वान किया है। संगठन ने कहा है कि किश्तवाड़ की आम जनता से अनुरोध है कि वे बंद का पूर्ण समर्थन करें तथा अपने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान और दुकानें बंद रखें।
किश्तवाड़ से विधायक शगुन परिहार ने इन हत्याओं की निंदा करते हुए कहा, ‘‘किश्तवाड़ जिले के कुंतवाड़ा के वन क्षेत्र में जघन्य आतंकवादी हमले में हमारे वीडीजी भाइयों, नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की बर्बर हत्या से मुझे गहरा दुख हुआ है। मैं इन बहादुर शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी हाíदक संवेदना व्यक्त करती हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी को इस तरह खोने का दुख और दर्द मैं गहराई से महसूस करती हूं।’’ अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को किश्तवाड़ जिले के ऊपरी इलाकों में दो ग्राम रक्षा गार्ड को अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी। हत्या की इस घटना के बाद पुलिस और सेना ने घने जंगल वाले इलाके में व्यापक संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है।