सांबा: जम्मू कश्मीर पुलिस का पर्वतारोहण बचाव दल द्वारा इन दिनों सांबा के नड में एसडीआरएफ और पुलिस के जवानों को पहाड़ों पर आपदा के समय बचाव कार्य, आपातकालीन स्थिति में लोगों को बचाने का कार्य, अमरनाथ यात्रा के दौरान बचाव कार्य करना सहित कई गुर सिखाए जा रहे हैं। पर्वतारोहण बचाव दल इससे पहले 4 बैच में करीब 200 जवानों एवं अधिकारियों को प्रशिक्षण दे चुका है। इस बार पांचवें बैच में करीब 38 जवान परिक्षण ले रहे हैं, जिनमे 10 इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी थामिल थे। पांचवे बैच में 38 लोगों के दल में 5 एसडीआरएफ के जवान और बाकी 33 जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान शामिल है। पखवाडें तक चलने वाले बेसिक कोर्स में पहाड़ पर उतरना-चढ़ना, आपदा के समय गहरी खाई से सड़क तक घायल को लाना, पुल से रस्सी के माध्यम से निचे उतरना-चढ़ना सहित कई गुर सिखाए गए जाते हैं और प्रशिक्षण के दौरान 20 किलोमीटर का पैदल ट्रैकिंग करवाई जाती है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के पर्वतारोहण बचाव दल के प्रभारी एवरेस्ट की चढ़ाई करने वाले इंस्पैक्टर राम सिंह सलाथिया ने बताया कि उनका दल हर साल पुलिस सहित अन्य अलग अलग अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को परिक्षण देता आ रहा है, जिसमें अधिकतर जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान और अधिकारी होते हैं। जम्मू कश्मीर में ज्यादा पहाड़ी होने और हर साल कश्मीर में होने वाली बाबा अमरनाथ जी की यात्रा में जवानों की जरू रत होती है जोकि दोनों रास्तों पर तैनात किए जाते हैं। वहीं इसके साथ साथ जम्मू कश्मीर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अधिक प्रशिक्षित जवानों की जरू रत रहती है। उन्होंने बताया कि इस साल हमने 200 से अधिक जवानों को परिक्षण दिया है। इससे पहले वर्ष 2022 में हमने एनडीआरएफ के 500 से अधिक जवानों को प्रशिक्षण दिया गया।