सीमा पर घुसपैठ रोधी ग्रिड को मजबूत करने के लिए प्रौद्योगिकी का करें उपयोग: DGP

जम्मू: डीजीपी दिलबाग सिंह ने सीमा प्रबंधन टास्क फोर्स की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें सेना, बीएसएफ, पुलिस और नागरिक प्रशासन के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के प्रबंधन की समीक्षा करने के लिए भाग लिया। शुरुआत में डीजीपी ने विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय और तालमेल बढ़ाने के उद्देश्य से गठित टास्क.

जम्मू: डीजीपी दिलबाग सिंह ने सीमा प्रबंधन टास्क फोर्स की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें सेना, बीएसएफ, पुलिस और नागरिक प्रशासन के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के प्रबंधन की समीक्षा करने के लिए भाग लिया। शुरुआत में डीजीपी ने विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय और तालमेल बढ़ाने के उद्देश्य से गठित टास्क फोर्स के उद्देश्यों को रेखांकित किया। बैठक को संबोधित करते हुए डीजीपी ने सूचनाओं के सुचारू आदान-प्रदान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बेहतर निगरानी के साथ-साथ घुसपैठ रोधी ग्रिड को मजबूत करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर दिया।

डीजीपी/आईजीपी कांफ्रैंस की सिफारिशों का हवाला देते हुए डीजीपी ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विस्तृत घरेलू सर्वेक्षण के पूर्व के निर्देशों को दोहराया। उन्होंने इन क्षेत्रों में नागरिक कार्रवाई कार्यक्र मों और अन्य सामुदायिक सहभागिता गतिविधियों के महत्व को भी रेखांकित किया। पिछली आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए भेद्यता मानचित्रण, डीजीपी द्वारा एक और महत्वपूर्ण बिंदु था। विभिन्न सुरक्षा बलों और नागरिक प्रशासन का प्रतिनिधित्व करने वाले शीर्ष अधिकारियों ने भी प्रभावी सीमा प्रबंधन के लिए वि•िान्न उपाय सुझाए। बैठक में एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह, एडीजीपी (समन्वय) पीएचक्यू दानिश राणा, संभागीय आयुक्त, जम्मू रमेश कुमार, वरिष्ठ सैन्य और नागरिक अधिकारियों ने भाग लिया।

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