कैथरीन रसेल, आयुष्मान खुराना और सार्वजनिक-निजी क्षेत्र-युवा भागीदारों ने भारत में यूथहब प्लेटफॉर्म लॉन्च किया

नई दिल्लीः यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने युवा भारतीयों खास कर लड़कियों एवं-वचित वर्ग के युवाओं को रोजगार का भावी अवसर देने के लिए एक इनोवेटिव डिजिटल ऐप यूथहब लॉन्च किया। उनके साथ यूनिसेफ इंडिया के भारतीय एम्बेसडर आयुष्मान खुराना, सरकार और निजी क्षेत्र के अधिकारी, कई युवा शामिल हुए। यह प्लेटफॉर्म एक.

नई दिल्लीः यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने युवा भारतीयों खास कर लड़कियों एवं-वचित वर्ग के युवाओं को रोजगार का भावी अवसर देने के लिए एक इनोवेटिव डिजिटल ऐप यूथहब लॉन्च किया। उनके साथ यूनिसेफ इंडिया के भारतीय एम्बेसडर आयुष्मान खुराना, सरकार और निजी क्षेत्र के अधिकारी, कई युवा शामिल हुए। यह प्लेटफॉर्म एक डिजिटल इकोसिस्टम की तरह काम करेगा। इसके साझा लॉन्च के अवसर पर श्री शोम्बी शार्प (भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कॉर्डिनेटर), श्रीमती मीता राजीवलोचन (माननीय सचिव, युवा मामले और खेल मंत्रालय), सुश्री सिंथिया मैककेफे (प्रतिनिधि, यूनिसेफ इंडिया), अश्विन यार्टी (सीईओ, कंपजेमिनी इंडिया) रानेन बनर्जी (सरकारी क्षेत्र प्रमुख पीडब्ल्यूसी इंडिया), सुश्री वंदना बहरी (प्रमुख, कौशल और आजीविका, चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन सीआईएफएफ इंडिया), सुश्री मुवाराखा श्रीराम ( यूनिसेफ में युवाह, युवा विकास और भागीदारी प्रमुख) अभिषेक गुप्ता (यूनिसेफ में युवाह के सीओओ) और दो यूथ लीडर सुश्री जाकिरा गंजी और सुश्री जागृति पाठे मौजूद थीं।

यूथहम का विकास यूनिसेफ में युवाह, पीडब्ल्यूसी इंडिया कंपजमिनी और सीआईएफएफ ने मिल कर किया है। यह युवाओं को उनके अनुकूल रोजगार कौशल और स्वैच्छिक योगदान देने का अवसर देगा और खास कर वचित वर्ग की लड़कियों और युवाओं को ये सुविधाएं सुलभ कराएगा यूथहब का पहल फेज मंगलवार को लॉन्च किया गया। यह ऐप गूगल प्लेस्टोर पर सर्वसुलभ है। यह बतौर इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म सपूर्ण रोजगार जगत में उपलब्ध अवसरों की जानकारी नौ भारतीय भाषाओं में निःशुल्क प्रदान करेगा। युवाओं के लिए रोजगार ढूंढना आसान होगा – http://bit.ly/youthhubapp

टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के तालमेल से तैयार यूथहब एक वन स्टॉप एप्लिकेशन है जिसमें विभिन्न प्लेटफार्म, टूल्स और रिसोर्सेज को इंटीग्रेट कर युवाओं के लिए उनके अनुकूल आर्थिक अवसरों को एकत्र किया जाता है। यूथहन का लॉन्च सार्वजनिक, निजी क्षेत्र और युवा भागीदारों को एकजुट करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे युवा पीढ़ी जानकार और कार्य कुशल होगी। उनके लिए सीखने से लेकर रोजगार में कदम रखने का सफर आसान होगा। सुश्री रसेल इस सप्ताह भारत आ रही हैं। ये सरकारी अधिकारियों, निजी क्षेत्र के प्रतिनिधयों, देश के युवाओं, बच्चों और अग्रिम पंक्ति के सामुदायिक कार्यकर्ताओं से मिलेंगी।

यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा, ‘सतत विकास के लक्ष्य पूरे करने का सबसे अच्छा तरीका बच्चों और युवाओं के विकास में निवेश पर जोर देना और आने वाली पीढ़ियों को उज्जवल भविष्य देना है। परस्पर सहयोग से लॉन्च किया गया यूथहब ऐप हमारे देश में असमानताएं कम करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि लड़कियों को इस पहल का जरूर लाभ मिले और रोजगार के भावी अवसर उनकी पहुंच में हो निर्णय लेने की प्रक्रिया में युवाओं को शामिल करने और उनके विचारों को महत्व देने से हम एक स्थायी प्रभाव पैदा कर सकते है।”

बॉलीवुड स्टार और यूनिसेफ इंडिया के भारतीय एम्बेसेडर आयुष्मान खुराना ने कहा, “यूनिसेफ इंडिया के भारतीय एम्बेसेडर होने के नाते मुझे देश के बच्चों और युवाओं के जीवन, उनके सपनों और उनकी समस्याओं पर ध्यान देने का अवसर मिला है ये हमारा भविष्य है और हमें यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें जीवन में सफल होने का सही अवसर मिले। यह हमारा कर्तव्य है। यूनिसेफ के संगठन युवाह और भागीदारों ने यूथहब ऐप बना कर भारत के हर युवा के लिए सफलता की पटकथा लिखी है। यह सिर्फ एक प्लैटफॉर्म नहीं है बल्कि सपनों का कारखाना है जिसमें आर्थिक विकास, कौशल विकास और स्वैच्छिक योगदान के अवसर बनाए जाते हैं। दरअसल यह इन सब से कहीं अधिक है। इस आशा और विश्वास का प्रतीक है कि प्रत्येक युवा, लड़की हो या लड़का या फिर वंचित वर्ग का हो, जिन्दगी में पहचान बनाने का हकदार है। इसलिए हम ने यह शुरुआत सभी के लिए समान अवसर के साथ की है। यूथहब ऐप के माध्यम से युवाओं को ऐसे अवसर मिलेंगे।”

अन्य लोगों के बयान श्रीमती गीता राजीवलोचन (माननीय सचिव युवा मामले और खेल मंत्रालय) ने कहा. आज के भारतीय युवाओं के लिए, आर्थिक अवसर अधिक सुलभ बनाने और उन्हें अपनी पूरी क्षमता समझने और जुनून से काम करने के लिए फिजिटल प्लेटफॉर्म चाहिए यूनिसेफ और निजी क्षेत्र की एजेंसियां पहले भी हमारे साथ सहयोग करती रही है और अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचने और उनके सशक्तिकरण के लिए कई एजेंसियों के साथ सहयोग करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुश्री सिंथिया मककैफे प्रतिनिधि यूनिसेफ इंडिया ने कहा, ‘भारत दुनिया में सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश है। हमारा

मिशन 2030 तक 300 मिलियन लोगों से जुड़ कर उन्हें खुद अपनी जिन्दगी बदलने के योग्य बनाना है। उन्हें आर्थिक विकास और कौशल बढ़ाने का अवसर देना है हम नवाचार उद्यमिता, नागरिकों की भागीदारी और स्वैच्छिक योगदान को बढ़ावा दे रहे हैं। हम अब तक 65.5 मिलियन से अधिक युवाओं से सफलतापूर्वक जुड़ गए है और इस आकड़े में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके जीवन में बदलाव आया, जिनके सपने हैं जिनके समुदाय मजबूत हुए और इस तरह एक बेहतर दुनिया बन रही है। यूथहब हमारे प्रयासों को युवाह के माध्यम से एक हब में एकजुट कर रहा है। देश भर के युवाओं को इनका लाभ मिलने से खास कर वंचित समुदायों के लिए आर्थिक अवसरों के द्वार खुलेंगे।” भारत में पीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष श्री संजीव कृष्ण ने कहा, “नए दौर का यह सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म युवाओं की सामाजिक-आर्थिक जरूरतों को पूरा करेगा। इसमें योगदान देना हमारे लिए सम्मान की बात है। पीडब्ल्यूसी और युवाह (जेनरेशन अनलिमिटेड भारत यूनिसेफ) के बीच 2019 में सह संरचना के प्रयासों के परिणामस्वरूप इस प्लेटफॉर्म की कल्पना हुई। इसके पीछे तीन प्रेरणाए थी युवाओं को केंद्र में रखना, व्यापक बनाना और नवाचार करते रहना। इस प्लेटफॉर्म का ब्लू बुक तैयार करना पीडब्ल्यूसी के लिए गौरव की बात है। इसे बनाने में हम लगातार सहयोग दे रहे है।”

कंपजेमिनी के सीईओ (भारत) अश्विन पार्टी ने कहा, “यूनिसेफ के संगठन युवाह और पीडब्ल्यूसी इंडिया के साथ साझेदारी में यूचहब प्लेटफॉर्म तैयार करना कंपजेमिनी के लिए खुशी की बात है। मैं ने खुद भारत में युवाह बोर्ड के सह-अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए युवाओं का जुनून, अटल इरादा और असीम क्षमता देखी है। यह प्लैटफॉर्म बनाने में उनकी सूझबूझ का बहुत महत्व है। इस साझेदारी से उनकी निहायत निजी जरूरते पूरी होगी। मुझे विश्वास है कि हमारी साझेदारी फलेगी फूलेगी क्योंकि हम इसमें अटल रहेंगे। हम नवाचार के प्रति समर्पित हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करेंगे कि सफलता के समाधान इर एक युवा की जिन्दगी बदलने में काम आए।”

इंडिया चिल्ड्रेन्स इन्वेस्टमेंट फड फाउंडेशन (सीआईएफएफ) की कार्यकारी निदेशक सुश्री मंजुला सिंह ने कहा, सीआईएफएफ में हमे यह विश्वास है कि जब कम उम्र की लड़कियों और युवतियों को कई गुना सशक्त बनाने की सक्षमता, शिक्षा, सही कौशल और रोजगार के अवसर मिलेंगे तो वे वयस्क अवस्था में कदम रखने के रास्ते आने वाली बाधाएं पार कर लेंगी। जीवनयापन में सहायक विकल्पों में सही एजेंसी चुन लेंगी इसलिए हम केवल नैतिक जिम्मेदारी से लड़कियों और युवतियों की बेहतरी में निवेश नहीं करते हैं बल्कि सरकार का सपना सच करने में भी रणनीतिक योगदान दे रहे है जो महिलाओं के हाथ में प्रगति की बागडोर देना है। यूथहब दस लाख से अधिक महिलाओं का ऐसा प्लेटफॉर्म होगा जो उनके जीवन में डिजिटल क्रांति की दिशा में काम कर रहा है। इसी मकसद से रोजगार के अवसर एकत्र करता है। 21वीं सदी के कौशल और सामाजिक-आर्थिक संभावनाओं से जुड़ने का अधिक अवसर देता है।”

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