नेशनल डेस्क: कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तारीफ करके उन अटकलों पर एक तरह से विराम लगा दिया है कि लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए कौन दावेदार होगा। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले INDIA गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए विवादों और उलझनों का सिलसिला जारी है।
गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच अपने नेताओं को पीएम पद का प्रत्याशी बनाने की होड़ साफ दिखाई दे रही है। सोनिया गांधी ने मल्लिकार्जुन की तारीफ कर साफ संकेत दे दिए हैं कि नीतीश कुमार या राहुल गांधी नहीं बल्कि खड़गे 2024 लोकसभा के लिए पीएम पद के दावेदार हो सकते हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि एक मजबूत संगठनात्मक नेता के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे पर हमें विश्वास है और ‘भारत की आत्मा’ के लिए जारी लड़ाई में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए वह सबसे योग्य व्यक्ति हैं। खड़गे की तारीफ करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि उन्होंने अपने पांच दशक के राजनीतिक जीवन में सिद्धांतों से समझौता कभी नहीं किया, मर्यादा को महत्व दिया इसलिए वर्तमान माहौल में वह कांग्रेस के सबसे उपयुक्त अध्यक्ष हैं।
खड़गे के 50 साल की राजनीतिक जीवन पर प्रकाशित पुस्तक ‘मल्लिकार्जुन खड़गे : पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट’ का विमोचन करते हुए कहा कि खड़गे ने हमेशा पार्टी संगठन को अपने व्यक्तिगत हित से ऊपर रखा है। उन्होंने कांग्रेस को एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा कर एक मजबूत संगठन बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
सोनिया गांधी ने कहा,‘‘आज संविधान पर हमला हो रहा है, संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ा जा रहा है, संविधान की बुनियादी आत्मा को तहस-नहस किया जा रहा है। संस्थानों, व्यवस्थाओं, सिद्धांतों को तोड़ा जा रहा है। कांग्रस संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा के लिए लड़ रही है और खड़गे इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं इसलिए खड़गे वर्तमान माहौल में कांग्रेस के सबसे उपयुक्त अध्यक्ष हैं। इसमें उन्हें मेरा और कांग्रेस का पूरा समर्थन है।
इस मौके पर द्रमुक नेता टीआर बालू, राष्ट्रीय जनता दल नेता मनोज झा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे। पुस्तक में सोनिया गांधी, सुमित्रा महाजन, रामनाथ कोविंद, मनमोहन सिंह, एम वेंकैया नायडू, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राहुल गांधी, शरद पवार सहित कई हस्तियों ने लेख लिखा है।