जलवायु वित्त पोषण पर प्रगति जलवायु कार्रवाई पर बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप दिखनी चाहिए : PM Modi

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने विकासशील देशों को अपेक्षित जलवायु वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी संबंधी हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि उन्होंने जलवायु समस्या पैदा करने में कोई योगदान नहीं दिया है लेकिन फिर भी वे इसके समाधान का हिस्सा बनने के.

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने विकासशील देशों को अपेक्षित जलवायु वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी संबंधी हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि उन्होंने जलवायु समस्या पैदा करने में कोई योगदान नहीं दिया है लेकिन फिर भी वे इसके समाधान का हिस्सा बनने के इच्छुक हैं। सीओपी बैठक में भाग लेने के लिए दुबई गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित समाचार पत्र ‘अल-इत्तिहाद’ से एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने हमेशा कहा है कि जलवायु परिवर्तन एक सामूहिक चुनौती है जिससे निपटने के लिए एकीकृत वैश्विक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जलवायु वित्त पोषण पर प्रगति जलवायु कार्रवाई पर बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत इस बात को लेकर आशावादी है कि यह बैठक प्रभावी जलवायु कार्रवाई में नई गति लाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने उम्मीद जताई कि सीओपी28 सम्मेलन UNFCCC (जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मलेन) और पेरिस समझौते के लक्ष्याें को आगे बढ़ाने में प्रभावी जलवायु कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को नई गति देगा।
उन्होंने कहा, कि भारत और UAE हरित और अधिक समृद्ध भविष्य को आकार देने के लिए साझेदार के रूप में साथ खड़े हैं और हम जलवायु कार्रवाई पर वैश्विक चर्चा को प्रभावित करने के अपने संयुक्त प्रयासों को लेकर दृढ़ हैं। भारत-UAE संबंधों पर उन्होंने कहा कि जलवायु कार्रवाई में उनकी साझेदारी भविष्य के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर मजबूत होती जा रही है।
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