हैदराबाद: कांग्रेस ने अपनी कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले शनिवार को हैदराबाद में कहा कि अगले लोकसभा चुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले हो रही इस बैठक में पार्टी के नेता खुले मन सेचर्चा करेंगे और अपने सुझाव देंगे। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस के भीतर जो लोकतंत्र है, वो दूसरे दलों में नहीं है। खेड़ा ने कहा कि लोकसभा चुनाव और पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले सीडब्ल्यूसी की बैठक हो रही है, जो ऐतिहासिक है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस पिछले एक साल से सड़कों पर है। पार्टी ऐसे मुद्दे उठा रही है, जिन्हें आजकल विमर्श में स्थान नहीं मिलता है.. राहुल गांधी जी ने 4,000 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्र’ की। यह यात्र आज भी जारी है। इस यात्र ने देश की राजनीति बदल दी। अब आपको मुद्दों की बात करनी पड़ेगी।’’ खेड़ा ने कहा, ‘‘राजनीति का पाठ्यक्रम अब नागपुर और पार्टयिों के मुख्यालय से तय नहीं होगा, बल्कि इसे जनता तय करेगी। ‘भारत जोड़ो यात्र’ ने यह सुनिश्चित किया है।’’ पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि यह भी एक ऐतिहासिक क्षण था और किसी भी दूसरे दल में इस तरह का चुनाव नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘कार्य समिति की बैठक में आज जिसे जो चर्चा करनी है, जो सुझाव देने हैं, वे खुले मन से ऐसा कर पाएंगे.. हमारी पार्टी में लोकतंत्र है। यह हमारी पार्टी और अन्य दलों के बीच एक बड़ा अंतर है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्वित करेंगे कि लोगों की हमसे जो आशाएं और आकांक्षाएं हैं, हम उन पर खरे उतरें।’’ तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि तेलंगाना में सिर्फ भ्रष्टाचार की चर्चा हो रही है और कांग्रेस भ्रष्टाचार के विषय पर बीआरएस के साथ बहस करने के लिए तैयार है।
कांग्रेस की पुनर्गिठत कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की पहली बैठक शनिवार को हैदराबाद में होगी, जिसमें अगले साल के लोकसभा और इस वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति, संगठन तथा कई अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकाजरुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।