लुधियाना: छावनी मोहल्ला में रहने वाली महिला स्वीटी अपने दिव्यांग (मंदबुद्धि) बच्चे के साथ सोमवार दोपहर बाद करीब दो बजे चांद सिनेमा के सामने पानी की टंकी पर चढ़ गई। आसपास के लोगों को जैसे ही पता चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने करीब ढाई बजे महिला को नीचे उतारने के लिए मशक्कत शुरू की। पौने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस फायर ब्रिगेड व स्थानीय युवाओं की मदद से पहले बेटे को और फिर महिला को नीचे उतारने में कामयाब हुई।
नीचे उतरते-उतरते महिला बेहोश हो गई और पुलिस उसे सीधे अस्पताल ले गई। महिला ब्यूटी पार्लर चलाती है और हाल ही में उसके पति की मौत हुई है। महिला के परिजनों का आरोप है कि उसके पति की प्रॉपर्टी पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया, जिससे वो मानसिक तौर पर परेशान हो गई और उसने यह कदम उठाया। आसपास के लोगों ने बताया कि महिला करीब दो बजे अपने दिव्यांग बेटे को लेकर टंकी पर चढ़ी। सवा दो बजे लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पहले पीसीआर और फिर थाना डिवीजन नंबर चार की पुलिस मौके पर पहुंची।
इसी बीच महिला का छोटा बेटा, रिश्तेदार व अन्य लोग वहां पर पहुंचे। उन्होंने थाना डिवीजन नंबर चार के एसएचओ हर्षपाल सिंह को बताया कि महिला के पति की मौत कुछ दिन पहले हुई है और उसका आरोप है कि उसके पति के रिश्तेदारों ने उनकी प्रॉपर्टी अपने नाम करवा ली। इसी बीच वहां मौजूद महिला के एक जानकार ने एसएचओ के साथ महिला की फोन पर बातचीत करवाई। एसएचओ को महिला ने बताया कि उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने के लिए उनके पति की हत्या की गई, जिस पर एसएचओ ने कहा कि वो नीचे उतर कर बयान दें ताकि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके लेकिन महिला ने नीचे उतरने से इंकार कर दिया।
उसके बाद एसएचओ ने कहा कि वो ऊपर आकर बयान ले लेते हैं। महिला ने फोन काट दिया। उसके बाद एसएचओ ने फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुला दिया। उसके बाद महिला के छोटे बेटे व अन्य रिश्तेदारों ने फोन पर बात की और उसे कोई भी गलत कदम उठाने से रोका। इसी बीच पुलिस ने महिला के जानकार एक युवक व उसके साथ एक अन्य युवक को ऊपर भेजा ताकि वो उनसे बात कर सके।
दोनों युवक करीब पौने पांच बजे ऊपर पहुंचे और उन्होंने पहले दोनों को पकड़ लिया। फिर पुलिस व फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी ऊपर चढ़े। उन्होंने पहले महिला के दिव्यांग बेटे को नीचे उतारा और उसके बाद महिला को नीचे लाने लगे लेकिन वो कुछ सीढ़ियां उतरने के बाद बैठ गई। फिर एसएचओ ऊपर गए और महिला को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर नीचे लाए लेकिन नीचे आते-आते महिला बेहोश हो गई और उसे एक प्राइवेट कार में अस्पताल ले जाया गया।