अमृतसर: नगर निगम के कमिश्नर एवं सीईओ अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड हरप्रीत सिंह ने शहर के सभी डीजल ऑटो यूनियन के प्रधानों की बैठक बुलाकर 31 मार्च 2024 से पहले राही प्रोजेक्ट के तहत ई ऑटो खरीदने कोे प्रेरित किया, ताकि वे 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि राही प्रोजेक्ट अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से एक डीजल ऑटो चालक को 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी के साथ-साथ अन्य सामाजिक कल्याण योजना के लाभ के साथ अपने ऑटो को ई ऑटो में परिवर्तित करना है। अब तक 750 से अधिक डीजल ऑटो चालक इस योजना का लाभ उठा चुके हैं और कई अन्य अपनी पसंद का ई ऑटो खरीदने के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। पियाजियो, अतुल, बजाज और महिंद्रा नाम की चार ई ऑटो कंपनियां हैं जो प्रोजेक्ट के तहत अपने ई ऑटो बेच रही हैं और लगभग सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक फाइनैंस करने के लिए प्रोजेक्ट के साथ सूचीबद्ध हैं। हरप्रीत सिंह ने सभी डीजल ऑटो चालकों से अपील की कि यह राही परियोजना 31 मार्च को समाप्त होने वाली है। इस योजना के तहत उपलब्ध धनराशि 31 मार्च, 2024 तक है, इसलिए जो भी डीजल ऑटो चालक चाहते हैं कि निकट भविष्य में ई ऑटो खरीदें, वे इसे 31 मार्च, 2024 से पहले खरीद सकते हैं क्योंकि इस तिथि के बाद की धनराशि संबंधित मंत्रालय को वापस चली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम किसी भी व्यक्ति को ई-आॅटो खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर कोई व्यक्ति निकट भविष्य में 31 मार्च के बाद इसे खरीदना चाहता है, तो उसे नकद सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जा सकेगा। बैठक में डीजल ऑटो यूनियन के प्रधान बिक्रमजीत लाडी, नरिंदर सिंह, सुरिंदर पाल सिंह, सतबीर सिंह, अनिल कुमार, तीरथ सिंह कोहाली, हरभेज सिंह, सुखदेव सिंह, हीरा, मोहित, सतनाम सिंह, हरप्रीत सिंह और अन्य मौजूद थे। नगर निगम के कमिश्नर एवं सीईओ अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड हरप्रीत सिंह ने शहर के सभी डीजल ऑटो यूनियन के प्रधानों की बैठक बुलाकर 31 मार्च 2024 से पहले राही प्रोजेक्ट के तहत ई ऑटो खरीदने कोे प्रेरित किया, ताकि वे 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि राही प्रोजेक्ट अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से एक डीजल ऑटो चालक को 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी के साथ-साथ अन्य सामाजिक कल्याण योजना के लाभ के साथ अपने ऑटो को ई ऑटो में परिवर्तित करना है। अब तक 750 से अधिक डीजल ऑटो चालक इस योजना का लाभ उठा चुके हैं और कई अन्य अपनी पसंद का ई ऑटो खरीदने के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। पियाजियो, अतुल, बजाज और महिंद्रा नाम की चार ई ऑटो कंपनियां हैं जो प्रोजेक्ट के तहत अपने ई ऑटो बेच रही हैं और लगभग सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक फाइनैंस करने के लिए प्रोजेक्ट के साथ सूचीबद्ध हैं। हरप्रीत सिंह ने सभी डीजल ऑटो चालकों से अपील की कि यह राही परियोजना 31 मार्च को समाप्त होने वाली है। इस योजना के तहत उपलब्ध धनराशि 31 मार्च, 2024 तक है, इसलिए जो भी डीजल ऑटो चालक चाहते हैं कि निकट भविष्य में ई ऑटो खरीदें, वे इसे 31 मार्च, 2024 से पहले खरीद सकते हैं क्योंकि इस तिथि के बाद की धनराशि संबंधित मंत्रालय को वापस चली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम किसी भी व्यक्ति को ई-ऑटो खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर कोई व्यक्ति निकट भविष्य में 31 मार्च के बाद इसे खरीदना चाहता है, तो उसे नकद सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जा सकेगा। बैठक में डीजल ऑटो यूनियन के प्रधान बिक्रमजीत लाडी, नरिंदर सिंह, सुरिंदर पाल सिंह, सतबीर सिंह, अनिल कुमार, तीरथ सिंह कोहाली, हरभेज सिंह, सुखदेव सिंह, हीरा, मोहित, सतनाम सिंह, हरप्रीत सिंह और अन्य मौजूद थे। नगर निगम के कमिश्नर एवं सीईओ अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड हरप्रीत सिंह ने शहर के सभी डीजल ऑटो यूनियन के प्रधानों की बैठक बुलाकर 31 मार्च 2024 से पहले राही प्रोजेक्ट के तहत ई ऑटो खरीदने कोे प्रेरित किया, ताकि वे 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि राही प्रोजेक्ट अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत चलाया जा रहा है, जिसके माध्यम से एक डीजल ऑटो चालक को 1.40 लाख रु पये की नकद सब्सिडी के साथ-साथ अन्य सामाजिक कल्याण योजना के लाभ के साथ अपने ऑटो को ई ऑटो में परिवर्तित करना है। अब तक 750 से अधिक डीजल ऑटो चालक इस योजना का लाभ उठा चुके हैं और कई अन्य अपनी पसंद का ई ऑटो खरीदने के लिए पंजीकरण करा रहे हैं। पियाजियो, अतुल, बजाज और महिंद्रा नाम की चार ई ऑटो कंपनियां हैं जो प्रोजेक्ट के तहत अपने ई ऑटो बेच रही हैं और लगभग सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक फाइनैंस करने के लिए प्रोजेक्ट के साथ सूचीबद्ध हैं। हरप्रीत सिंह ने सभी डीजल ऑटो चालकों से अपील की कि यह राही परियोजना 31 मार्च को समाप्त होने वाली है। इस योजना के तहत उपलब्ध धनराशि 31 मार्च, 2024 तक है, इसलिए जो भी डीजल ऑटो चालक चाहते हैं कि निकट भविष्य में ई ऑटो खरीदें, वे इसे 31 मार्च, 2024 से पहले खरीद सकते हैं क्योंकि इस तिथि के बाद की धनराशि संबंधित मंत्रालय को वापस चली जाएगी। उन्होंने कहा कि हम किसी भी व्यक्ति को ई-ऑटो खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं, लेकिन अगर कोई व्यक्ति निकट भविष्य में 31 मार्च के बाद इसे खरीदना चाहता है, तो उसे नकद सब्सिडी का लाभ नहीं दिया जा सकेगा। बैठक में डीजल आॅटो यूनियन के प्रधान बिक्रमजीत लाडी, नरिंदर सिंह, सुरिंदर पाल सिंह, सतबीर सिंह, अनिल कुमार, तीरथ सिंह कोहाली, हरभेज सिंह, सुखदेव सिंह, हीरा, मोहित, सतनाम सिंह, हरप्रीत सिंह और अन्य मौजूद थे।