आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुआ मोहाली के भडौंजियां गांव का कर्नल मनप्रीत

मोहाली : अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए। वह मूल रूप से मोहाली जिले के गांव भडौंजियां के रहने वाले थे। कर्नल मनप्रीत सिंह के छोटे भाई संदीप सिंह ने कहा की शाम करीब 6 बजे फोन पर सूचना मिली। इसके बाद से पूरा गांव शोकाकुल है। पड़ोसियों के.

मोहाली : अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह शहीद हो गए। वह मूल रूप से मोहाली जिले के गांव भडौंजियां के रहने वाले थे। कर्नल मनप्रीत सिंह के छोटे भाई संदीप सिंह ने कहा की शाम करीब 6 बजे फोन पर सूचना मिली। इसके बाद से पूरा गांव शोकाकुल है। पड़ोसियों के यहां भी चूल्हा नहीं जला। मनप्रीत की शहादत का पूरे गांव को पता था, लेकिन उनकी मां मनजीत कौर को नहीं बताया गया कि उनका बेटा शहीद हो गया। छोटे बेटे ने यही बताया है कि एक ऑपरेशन के दौरान भाई को चोट लगी है लेकिन मां को अनहोनी की आशंका है, क्योंकि पड़ोस की गली में लोग इकट्ठा होने लगे थे। संदीप सिंह ने बताया दो दिन पहले ही कर्नल मनप्रीत ने फोन कर कहा था छुट्टियों पर आ रहा हूं।

बता दे की फौजियों की तीसरी पीढ़ी के कर्नल मनप्रीत मोहाली जिले के गांव भडौजियां से थे। कर्नल मनप्रीत सिंह के मामा जी ने बताया कि मनप्रीत मुल्लांपुर एयरफोर्स के केवी स्कूल में पहली से लेकर 12वीं तक पढ़ा। पहली क्लास से ही फर्स्ट आता था। कॉलेज एसडी-32 से पास किया, सीए की पढ़ाई भी इसी कॉलेज से की। उसके बाद टेस्ट क्लियर कर वो फौज में भर्ती हुए। इसके इलावा मनप्रीत सिंह की पत्नी पंचुकुला के नजदीक एक सरकारी स्कूल में पढाती थीं और हफ्ते बाद ही अपने ससुराल आती थी। कर्नल मनप्रीत सिंह के एक बेटा और बेटी थे।

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