प्रशासन द्वारा इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम की गई रद, हजारों कर्मचारी का टूटा सपना: प्रेम गर्ग

चंडीगढ़ में 4 हजार कर्मचारियों के साथ हुए धोखे पर चंडीगढ़ प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता प्रेम गर्ग ने कहा कि 2008 की इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम रद करके भाजपा शासित प्रशासन ने साबित कर दिया है कि एम्प्लॉईस के हक की बात करने वाली सरकार के दांत दिखाने.

चंडीगढ़ में 4 हजार कर्मचारियों के साथ हुए धोखे पर चंडीगढ़ प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता प्रेम गर्ग ने कहा कि 2008 की इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम रद करके भाजपा शासित प्रशासन ने साबित कर दिया है कि एम्प्लॉईस के हक की बात करने वाली सरकार के दांत दिखाने वाले ओर और खाने वाले ओर है। प्रेम गर्ग ने कहा कि अब नहीं मिलेगा कोई फ्लैट हजारों कर्मचारी का सपना टूटा।

प्रेम गर्ग ने आगे कहा कि चंडीगढ़ में पिछले 15 साल से अपने फ्लैट का इंतजार कर रहे करीब चार हजार कर्मचारियों को झटका लगा है। दरअसल साल 2008 की इंप्लाइज हाउसिंग स्कीम को प्रशासन ने रद कर दिया है। यदि सरकार की मंशा कर्मचारियों के साथ धोखे की थी, तो 2008 में ड्रा निकाला ही क्यों था? गौरतलब है कि साल 2008 में प्रशासन ने इस स्कीम के लिए ड्रॉ निकाला था। इस स्कीम के लिए प्रशासन ने शहर में जमीन भी आरक्षित की हुई थी, इनमें से 82 एंप्लाइज तो भगवान को प्यारे हो गए व 800 से ज्यादा कर्मचारी रिटायर भी हो चुके हैं।

अब वह शहर में किराए के मकानों में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। इसके साथ ही 82 कर्मचारियों का निधन हो चुका है। इस स्कीम को सिरे चढ़ाने के लिए कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय तकअपनी आवाज पहुंचाई। गर्ग का कहना है कि प्रशासन को किसी निष्पक्ष अथॉरिटी की अध्यक्षता में और मध्यस्थता से उचित फ़ैसला लिया जाए। जिससे प्रशासन को भी कोई नुकसान ना हो और एम्प्लाइज को भी उनके फ्लैट मिल जाए।

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