जालंधर: कांग्रेस सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे भारत भूषण आशू को आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने कोर्ट में पेश किया। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में जज धर्मेद्र ने ED और बचाव पक्ष को सुनने के बाद भारत भूषण आशू को पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया। ED की तरफ से पेश हुए वकील ने आशू को सात दिन के रिमांड पर भेजने की डिमांड की थी। उन्होंने तर्क दिए थे कि सिविल सप्लाई विभाग में हुए Transport Tender के 2 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में उनसे कुछ रिकवरी भी करनी है इसलिए सात दिन का रिमांड दिया जाए।
लेकिन बचाव पक्ष की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने आशू को पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया। ED के अधिकारियों ने बताया कि भारत भूषण आशू को Food And Civil Supply Department में हुए Transport Tender घोटाले की जांच के लिए समन देकर पिछले कल बुलाया गया था। उनसे घोटाले को पैसे-पैसे कहां -कहां पर इन्वेस्ट कर रखे हैं के बारे में पूछताछ की गई थी। करीब नौ घंटे की पूछताछ के दौरान आशू ने ED के अधिकारियों के सवालों के सही से जवाब नहीं दिए।
इसके बाद ED के अधिकारियों ने देर शाम को भारत भूषण आशू की गिरफ्तारी डाल दी थी। रात को ही आशू का जालंधर के सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। आज सुबह सुबह कोर्ट खुलते ही ED के अधिकारियों आशू को लेकर जालंधर कोर्ट में पहुंच गए और उन्हें पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद रिमांड पर फैसला लंच ब्रेक तक होल्ड कर दिया था। लंच ब्रेक के बाद कोर्ट ने आशू को ED की कस्टडी में भेज दिया।