100 साल से भी अधिक पुराना है कपूरथला का स्टेट गुरुद्वारा साहिब

कपूरथला (सिमरनजीत सिंह संधू): कपूरथला जो की एक ऐतिहासिक शहर है, में बहुत से धार्मिक और विरासती इमारतें हैं। इस को हेरिटेज सिटी के खिताब का दर्जा दिलवाने में मुख्य है। इस में अगर बात कपूरथला के स्टेट गुरद्वारा साहिब की करे तो यह करीब 100 साल पुराना है और इस का आरिटेक्ट का सारा.

कपूरथला (सिमरनजीत सिंह संधू): कपूरथला जो की एक ऐतिहासिक शहर है, में बहुत से धार्मिक और विरासती इमारतें हैं। इस को हेरिटेज सिटी के खिताब का दर्जा दिलवाने में मुख्य है। इस में अगर बात कपूरथला के स्टेट गुरद्वारा साहिब की करे तो यह करीब 100 साल पुराना है और इस का आरिटेक्ट का सारा काम फ्रांस से करवाया गया है। इसको कपूरथला के महराजा जगजीत सिंह ने अपनी सेकुलर सोच के साथ बनावाया था। क्योंकि महाराज ने हर धर्म के लोगों के हित के लिए जहां मंदिर, गिरजाघर और मस्जिद का निर्माण करवाया था, उसी के तहत सिख धर्म के लोगों के लिए इस स्टेट गुरुद्वारा साहिब का निर्माण करवाया था। जिस का अब प्रबंधन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पास है।

इस गुरुद्वारा साहिब की इमारत इस ढंग से बनाई गई है कि अगर इस के दरबार हाल में बिना किसी साउंड सिस्टम के भी गुरबाणी कीर्तन किया जाए तो बहुत ही आंदनित ढंग से कीर्तन की आवाज गुरद्वारा साहिब के हर कोने तक पहुंचती है। इस के साथ ही इस में एक गुरु के बाग के नाम से सैरगाह बनाई गई है, जिस में लोग बढ़ी गिनती के लिए सैर के लिए तो पहुंचते है साथ में गुरबाणी कीर्तन को भी सरवन करते है। गुरुद्वारा साहिब में रोज सुबह शाम कीर्तन और अरदास होती है। जिस में शामिल हो कर संगते अपनी मनोकामना पूर्ण होने की अरदास करती है। जिस में सच्चे मन से शामिल होने पर उन्हे गुरु किरपा प्राप्त होती है ।हर गुरुपर्व और इतिहासिक दिन पर गुरु घर में रौनक देखने लायक होती है ।

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