चंडीगढ़ मेयर के चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र और सच्चाई की जीत: सीएम मान

चंडीगढ़/जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के चुनाव के बारे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसको ‘लोकतंत्र और सच्चाई की जीत’ करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला भाजपा की धक्केशाही का मुंहतोड़ जवाब है, जिसने चंडीगढ़ नगर निगम में अपनी सत्ता हासिल करने की.

चंडीगढ़/जालंधर: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के चुनाव के बारे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसको ‘लोकतंत्र और सच्चाई की जीत’ करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला भाजपा की धक्केशाही का मुंहतोड़ जवाब है, जिसने चंडीगढ़ नगर निगम में अपनी सत्ता हासिल करने की लालसा को पूरा करने के लिए लोकतंत्र का कत्ल किया है।

उन्होंने दोहराया कि 30 जनवरी को भारतीय राजनीति के इतिहास में ‘सबसे काले दिन’ के तौर पर याद किया जाएगा क्योंकि इस दिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में मेयर के पद के लिए हुए मतदान के दौरान लोकतंत्र का कत्ल किया। भगवंत मान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने समूची लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों का विश्वास बहाल किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है और समूचे देश को और विशेष तौर पर चंडीगढ़ को इस ऐतिहासिक फैसले पर खुशी मनानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतांत्रिक ढंग के साथ चुनी गई सरकारों को गिराने की आदत है परंतु यह फैसला इस असंवैधानिक रुझान को रोकेगा। भगवंत मान ने कहा कि यह ऐतिहासिक मौका है क्योंकि अदालत ने भाजपा के इशारे पर प्रीजाइडिंग अफसर की तरफ से की गई धक्केशाही को दरकिनार करके हर लोकतंत्र प्रेमी के पक्ष को सही ठहराया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अदालत ने प्रीजाइडिंग अफसर द्वारा आठ कानूनी वोटें रद्द करने के घृणित फैसले को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि आठ वोटें बहाल होने से आप के कुलदीप कुमार के चंडीगढ़ नगर निगम का लोकतांत्रिक ढंग से मेयर बनने का रास्ता साफ हो गया है। भगवंत मान ने कहा कि आज समूचा देश इस फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट का कर्जदार है, जो देश में लोकतंत्र की मर्यादा को और मजबूत करने में सहायक होगा।

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