विज्ञापन

पराली जलाने की घटनाओं में बीते साल के मुकाबले 75 फीसद की गिरावट आई: DC

बठिंडा: डीसी शौकत अहमद परे ने जिले के मेहराज, गुरु सर और पिपली कोठे गांव के खेतों का दौरा कर पराली प्रबंधन और उसके रखरखाव का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले पराली जलाने की घटनाओं में 75 फीसदी की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि वे प्रतिदिन पराली संरक्षण के लिए.

- विज्ञापन -

बठिंडा: डीसी शौकत अहमद परे ने जिले के मेहराज, गुरु सर और पिपली कोठे गांव के खेतों का दौरा कर पराली प्रबंधन और उसके रखरखाव का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले पराली जलाने की घटनाओं में 75 फीसदी की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि वे प्रतिदिन पराली संरक्षण के लिए गठित विभिन्न टीमों के साथ जिले के गांवों के खेतों का दौरा कर उन्हें पराली से होने वाले नुकसान से अवगत कराते हैं। डीसी ने कहा कि पराली प्रबंधन के लिए जिले में विभिन्न प्रकार की आधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं और किसानों को पराली प्रबंधन के लिए ये मशीनें उपलब्ध भी कराई जा रही हैं। डीसी ने किसानों से कानून के दायरे में रहकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने पराली में आग लगाई है, उनकी जमीनों का रिकार्ड राजस्व विभाग में रेड एंट्री में दर्ज किया जाएगा। वहीं उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि जिले की मंडियों में अब तक 12,32,885 मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है। जिसमें से 11,38,600 मीट्रिक टन धान विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि 19 नवंबर तक 2460.90 करोड़ रु पये का भुगतान किया जा चुका है। गांव मेहराज के एक किसान द्वारा पराली के कचरे में आग लगाने का मामला प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस विभाग की टीमों द्वारा तुरंत काबू पा लिया गया। डीसी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस किसान को आधुनिक मशीनरी उपलब्ध करायी जाए ताकि यह किसान अपने खेत में ही पराली का प्रबंधन कर सके। इसके अलावा एसएसपी अमानित कोंडल ने कहा कि पुलिस विभाग कानून के दायरे में रहकर अपना काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पराली को आग लगाने को लेकर अब तक 302 अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।

Latest News