नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि चेन्नई में होने वाली एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी आगामी एशियाई खेलों से पहले उनकी टीम की ‘अग्निपरीक्षा’ होगी जहां वे महाद्वीप की शीर्ष टीमों के खिलाफ अपनी तैयारियों का आकलन कर सकेंगे। एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी तीन से 12 अगस्त के बीच खेली जायेगी, जबकि एशियाई खेलों का का आयोजन चीन के हांगझोऊ में सितंबर में होगा।
हरमनप्रीत ने हॉकी इंडिया के साथ बातचीत में मंगलवार को कहा, ‘‘हम इस टूर्नामेंट में देख सकेंगे कि हम उन टीमों के खिलाफ कहां खड़े हैं जिनके साथ हम एशियाई खेलों में मुकाबला करने वाले हैं। एशियाई खेलों से पहले यह टीम के लिये अग्निपरीक्षा होगी।’ उन्होंने कहा, ‘एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी चेन्नई 2023 हमें अपने विरोधियों की अच्छी समझ भी देगी। हम एशियाई खेलों के लिये अच्छी तैयारी कर सकते हैं जहां हमारा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना और पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करना होगा।’ भारतीय पुरुष टीम ने 2011 में आयोजित उद्घाटन संस्करण में एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब जीता था। इसके बाद वे 2016 में भी चैंपियन बने, जबकि 2018 में मस्कट में आयोजित फाइनल की कार्यवाही प्रभावित होने के बाद भारत और पाकिस्तान संयुक्त विजेता बने थे। ढाका में 2021 में आयोजित पिछले संस्करण में भारतीय टीम ने कांस्य पदक के साथ अभियान समाप्त किया था।
एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 में कोरिया और मलेशिया के अच्छे प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए हरमनप्रीत ने कहा कि प्रतियोगिता काफी प्रतिस्पर्धी होने वाली है। उन्होंने कहा, ‘कोरिया ने पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति दिखाई है। उन्होंने पिछले साल जकार्ता में एशिया कप जीता था और विश्व कप में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। मलेशिया भी खिताब का प्रबल दावेदार है और उनके पेनल्टी कॉर्नर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं। यह निस्संदेह एक कठिन टूर्नामेंट होगा।’ चेन्नई निश्चित ही हरमनप्रीत की टीम के लिये एक मज़बूत आयोजन स्थल होगा, जहां भारत ने 2007 में एशिया कप भी जीता था। हरमनप्रीत ने कहा, ‘हममें से कई लोगों के लिये यह पहली बार होगा जब हम चेन्नई में खेलेंगे। मुझे याद है कि हमारे सीनियर 2007 में चेन्नई में हुए एशिया कप के बारे में बात कर रहे थे, जो भारत के लिए एक शानदार टूर्नामेंट रहा था। हमने एक सफल अभियान में खिताब का बचाव किया था।’