आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृखंला के पहले मैच में जीत का श्रेय गेंदबाजों को देते हुये भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि टीम की जीत में मददगार रहा उनका शतक उन्हे हमेशा याद रहेगा। रोहित ने शनिवार को कहा “ हमारे लिए अच्छी शुरुआत करना महत्वपूर्ण था। हम जानते हैं कि इस तरह की श्रृंखला खेलना महत्वपूर्ण है। मैं खुश हूं कि ऐसा प्रदर्शन कर सका जिससे टीम को मदद मिल सके। वाकई यह एक विशेष शतक था।
विदर्भ क्रिकेट एसोसियेशन स्टेडियम की पिच पर टास जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुये आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 177 रन बनाये थे जिसके जवाब में भारत ने ठोस बल्लेबाजी का मुजाहिरा करते हुये 400 रनों का स्कोर खड़ा किया था। पहली पारी में 223 रन से पिछड़ने वाली आस्ट्रेलिया पर दवाब बरकरार रखते हुये अश्विन (37 रन पर पांच विकेट) और रविन्द्र जडेजा (34 रन पर दो विकेट) ने मेहमान बल्लेबाजी की बखिया उधेड़ दी जबकि मोहम्मद शमी (13 रन पर दो विकेट) और अक्षर पटेल (छह रन पर एक विकेट) ने रही सही कसर पूरी करते हुये कंगारूओं के खिलाफ भारत को अब तक की सबसे बड़ी जीत दिला दी।
भारत के खिलाफ आस्ट्रेलिया का दूसरी पारी में यह दूसरा सबसे कम स्कोर है।इससे पहले सात फरवरी 1981 को आस्ट्रेलिया ने मेलबर्न की पिच पर अपनी दूसरी पारी में महज 83 रन बनाये थे। गुंडप्पा विश्वनाथ के शानदार शतक की बदौलत भारत यह मैच 59 रन से जीता था जबकि तीन नवंबर 2004 को मुबंई में वानखेडे स्टेडियम पर कंगारू टीम भारत के खिलाफ 93 रन पर ढेर हो गयी थी और नजदीकी मुकाबले में भारत को 13 रन से जीत मिली थी।