मीरपुर: भारतीय कप्तान केएल राहुल ने रविवार को कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन 145 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 7 विकेट गंवाने के बावजूद उन्हें अपने बल्लेबाजों पर पूरा भरोसा था। भारत ने सुबह चार विकेट पर 45 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने तीन विकेट जल्दी गंवा दिए जिससे स्कोर सात विकेट पर 74 रन हो गया। श्रेयस अय्यर (46 गेंदो पर नाबाद 29) और रविचंद्रन अश्विन (66 गेंदों पर नाबाद 42) ने यहीं से जिम्मेदारी संभालकर 71 रन की साझेदारी की और भारत को चौथे दिन लंच से पहले ही लक्ष्य तक पहुंचाया।
राहुल ने मैच के बाद कहा, कि ‘आपको क्रीज पर मौजूद अपने बल्लेबाजों पर भरोसा दिखाना होता है। हमें उन पर विश्वास था लेकिन नर्वस भी थे। आखिर हम भी इंसान हैं। लेकिन हमें अपने बल्लेबाजों पर पूरा भरोसा था।’’ उन्होंने कहा, कि ‘आज अश्विन और श्रेयस ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करके भारत को जीत दिलाई। हम किसी भी समय यह मानकर नहीं चल रहे थे जीत आसान होगी। हम जानते थे कि रन बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी।’’ राहुल ने कहा, कि ‘नई गेंद से रन बनाना और मुश्किल होता। हमने उम्मीद से अधिक विकेट गंवाए। हमने गलतियां की लेकिन हम इससे सबक लेंगे और उम्मीद है कि भविष्य में हम इस तरह की परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।’’ रोहित शर्मा की जगह टीम की अगुवाई कर रहे राहुल ने अपने गेंदबाजों की भी जमकर प्रशंसा की हैं।
उन्होंने कहा, कि ‘श्रृंखला में जीत से पता चलता है कि हमने अपने तेज गेंदबाजों को किस तरह से तैयार किया है। अश्विन और अक्षर पटेल ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। उमेश (यादव) ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। जयदेव उनादकट ने लंबे समय बाद वापसी की लेकिन उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और वह अधिक विकेट लेने के हकदार थे। लेकिन उन्होंने जो दबाव बनाया उसका अश्विन और अक्षर ने फायदा उठाया।’’ बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन का मानना है कि अगर उनकी टीम एक विकेट और हासिल कर लेती तो परिणाम भिन्न होता। उन्होंने हालांकि अश्विन को पूरा श्रेय दिया जिन्होंने शानदार पारी खेली।
उन्होंने कहा, कि ‘प्रत्येक ने योगदान दिया। हमने इस मैदान पर अच्छा प्रदर्शन किया। श्रेयस और अश्विन ने दबाव में अच्छी बल्लेबाजी की। हमें एक और विकेट की दरकार थी। हम कई तरह के अगर मगर पर विचार कर सकते हैं लेकिन मुझे खुशी है कि हमने उन्हें कड़ी चुनौती दी।’’ शाकिब ने कहा, कि ‘दुर्भाग्य से मैं पहले टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया लेकिन यहां मैंने अच्छी गेंदबाजी की। टीम जिस मानसिकता से खेली उससे मैं खुश हूं। उम्मीद है कि अगले साल हमें बेहतर परिणाम मिलेंगे।’’ अश्विन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी रक्षात्मक बल्लेबाजी पर पूरा भरोसा था।
अश्विन ने कहा, कि ‘बांग्लादेश ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। हमें जीत के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने बहुत अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हमें अपने रक्षात्मक कौशल पर भरोसा रखने की जरूरत थी। मैं श्रेयस की मदद करना चाहता था। पिच अच्छी थी लेकिन थोड़ा धीमी थी।’’ चेतेश्वर पुजारा को दो मैचों में 222 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। पुजारा ने कहा,‘‘ यह मुश्किल श्रृंखला थी। यह बेहद प्रतिस्पर्धी श्रृंखला थी। मेरा मानना है कि मैंने लय हासिल कर ली है। मैंने काफी प्रथम श्रेणी मैच खेले और अपने खेल पर काम किया। अगर दो टेस्ट श्रृंखलाओं के अंतर पर गौर करो तो ऐसे में प्रथम श्रेणी मैच आपको लय में रखने में मदद करते हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का प्रत्येक मैच महत्वपूर्ण है और आपका अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में होना जरूरी होता है।’’