IPL का दबाव और उम्रदराज खिलाड़ी; T20 World Cup के लिए भारतीय टीम का चयन बेहद कठिन

नई दिल्ली: आगामी आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 से पहले अपने अंतिम टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में टीम इंडिया ने बेंगलुरु में डबल सुपर ओवर तक खिंचे रोमांचक मैच में अफगानिस्तान को हराकर मजबूत स्थिति हासिल की। टी20 सीरीज में अफगानिस्तान के खिलाफ 3-0 की जीत ने न केवल भारत की शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि टीम प्रबंधन के सामने आगामी टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों के चयन के लिए कई चुनौती सामने ला दी है।

आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप का नौवां संस्करण 1 से 29 जून 2024 तक वेस्टइंडीज और अमेरिका में संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। आखिरी बार 2012 में वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप खेला गया था। हालाँकि, टीम ने महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं और अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले खिलाड़ियों की नई पीढ़ी का स्वागत किया है, जैसा कि आईपीएल में देखा गया है।

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने नवंबर 2023 में आईएएनएस से बात करते हुए कहा था कि आईपीएल का प्रदर्शन रोहित शर्मा और विराट कोहली के चयन में अहम भूमिका निभाएगा, ऐसा लगता है कि अफगानिस्तान श्रृंखला के बाद इस जोड़ी ने अपनी जगह मजबूत कर ली है।

सूर्यकुमार यादव (2023 के लिए आईसीसी टी20 प्लेयर ऑफ द ईयर), हार्दकि पांड्या, रिंकू सिंह और अब शिवम दुबे जैसे खिलाड़ियों के अपने हालिया कारनामों से चयनकर्ताओं के दरवाजे खटखटाने के साथ टीम प्रबंधन के सामने एक कठिन काम रख दिया है। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया

कि टीम के पास टी20 विश्व कप 2024 की तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं है और तैयारी के लिए आईपीएल पर निर्भर रहना पड़ सकता है। द्रविड़ ने इस महीने की शुरुआत में अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टी20 मैच से पहले मोहाली में प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पिछले टी20 विश्व कप 2022 के बाद हमने वनडे विश्व कप को प्राथमिकता दी।

साल बीतते गए और टीम महान खिलाड़ियों के बावजूद 2021 और 2022 में अपनी छाप नहीं छोड़ पाई। वहीं, 2021 में भारत को बड़ा झटका लगा, जब वो पहली बार विश्व कप मैच में पाकिस्तान से हारे थे। इस साल का टी20 विश्व कप बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए यह आखिरी मेगा इवेंट हो सकता है।

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