Bhubaneswar : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS-Bhubaneswar) में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि असम के डिब्रूगढ़ निवासी रत्नेश कुमार मिश्र (21) का शव बुधवार को उसके छात्रवास के कमरे में पंखे से लटका मिला। पुलिस को संदेह है कि परिवार में आर्थिक संकट के कारण मिश्र ने आत्महत्या की। आत्महत्या करने से पहले उसने अपने छोटे भाई को एक ऑडियो संदेश भेजा था, जिसमें उसने अपने पिता से अनुरोध किया था कि वह अपनी जमीन नहीं बेचें। उसने अपने भाई से यह भी कहा कि वह डॉक्टर बने और असम में ही रहे। पुलिस के अनुसार, मिश्र के कमरे से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। बृहस्पतिवार को उसकी द्वितीय वर्ष की परीक्षा शुरू होनी थी और वह मंगलवार को 10 दिन की छुट्टी के बाद घर से कैंपस लौटा था। इस बार उसके पिता उसके साथ भुवनेश्वर आए थे। मिश्र को बुधवार को अपने पिता के साथ पुरी जाना था, जो परिसर के बाहर एक होटल में ठहरे हुए थे।
सुबह अपने बेटे से बात की थी, लेकिन बाद में उसके मोबाइल पर संपर्क नहीं हो सका : पिता
मिश्र के पिता ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने सुबह अपने बेटे से बात की थी, लेकिन बाद में उसके मोबाइल पर संपर्क नहीं हो सका। जब बार-बार फोन कॉल का जवाब नहीं मिला, तो वह उसके छात्रवास पहुंचे और पाया कि दरवाज़ा अंदर से बंद है। बार-बार आवाज लगाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर पिता कुछ छात्रों के साथ कमरे में घुसे जहां मिश्र का शव मिला। पुलिस ने बताया कि मिश्र को तुरंत अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। एम्स-भुवनेश्वर के निदेशक आशुतोष बिस्वास बाद में छात्रवास के उस कमरे में पहुंचे जहां मिश्र ने आत्महत्या की थी। पुलिस ने बताया कि खंडगिरी थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।