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आत्महत्या करने वाले युवक की Meta ने बचाई जान

Uttar Pradesh Crime : डिजिटल प्लेटफॉर्म हम सभी लोगों पर नजर रखती है। इसी नजर रखने के कारण अजीबो-गरीब घटना सामने आ रही है। आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में Meta के अलर्ट और पुलिस की सक्रियता से एक युवक की जान बचा ली गई है। दरअसल, भाईयों के बीच मकान.

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Uttar Pradesh Crime : डिजिटल प्लेटफॉर्म हम सभी लोगों पर नजर रखती है। इसी नजर रखने के कारण अजीबो-गरीब घटना सामने आ रही है। आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में Meta के अलर्ट और पुलिस की सक्रियता से एक युवक की जान बचा ली गई है। दरअसल, भाईयों के बीच मकान के बंटवारे को लेकर विवाद होने पर एक युवक फांसी लगाकर आत्महत्या करना चाहता था। जिसे लेकर युवक ने फांसी लगाने का वीडियो लाइव कर दिया। फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि की मालिकाना हक रखने वाली कंपनी Meta ने इसे डिटेक्ट करने के साथ साथ स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट कर दिया।

मकान के बंटवारे का था मामला

फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि की मालिकाना हक रखने वाली कंपनी Meta से स्थानीय पुलिस को अलर्ट मिलने के तुरंत बाद लोकेशन के आधार पर फांसी लगा रहे युवक के पास पहुंची। पुलिस उसे समझा-बुझाकर अपने साथ उसे थाने लेकर आए और उससे पूछताछ किए। पूछताछ में युवक ने बताया कि, उसके भाई ने उसे मकान के बंटवारे में मुझे मेरा हिस्सा नहीं दिया। जिससे दुखी होकर मैं फांसी लगाने का वीडियो लाइव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने युवक की काउंसलिंग करवाई और उसे परिजनों को सौंप दिया।

पहले भी एक महिला को ऐसे ही बचाया

यह पहली घटना नहीं है, जब उत्तर प्रदेश के पुलिस और मेटा की सक्रियता से लोगों की जान बचाई गई है। ऐसी ही घटना सितंबर माह में अपने पति द्वारा छोड़ दिए जाने से दुखी एक महिला को बचाया गया था। उस महिला ने भी अपने गले में फंदा डालकर वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था। इसके बाद मेटा से मिले अलर्ट की मदद से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उस महिला की जान बचा ली गई थी।

2 सालों में 656 जानें बचाई गई

आपको बता दें कि, अब तक 2 सालों में उत्तर प्रदेश के पुलिस को मेटा से मिले अलर्ट के कारण 656 जान बचाने में सफलता प्राप्त हुई है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पुलिस और मेटा के बीच 2023 में एक पार्टनरशिप हुई थी। जिसके तहत मेटा आत्महत्या करने वाली पोस्ट को डिटेक्ट करके तुरंत ही ईमेल या फोन से पुलिस को अलर्ट जारी कर देती है। इसके लिए डीजीपी हेडक्वार्टर में एक सोशल मीडिया सेंटर बनाया गया है। फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि की मालिकाना हक रखने वाली कंपनी Meta को एनालाइज करता है, उस व्यक्ति की लोकेशन का पता लगा कर संबंधित जिले की पुलिस को मौके पर भेजकर अलर्ट कर देता है।

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