ढाका: बंगलादेश के हबीगंज जिले में अज्ञात हमलावरों के हमले में 100 से अधिक लोगों के घायल होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हमलावारों ने शुक्रवार की शाम हमला किया और करीब 20-30 दुकानों में लूटपाट की। हमलों में घायल लोगों में दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
ढाका: पाकिस्तान दौरे के लिए अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज मुश्फिकुर रहीम और तेज गेंदबाज तस्किन अहमद को बंगलादेश की 16 सदस्यीय टेस्ट टीम में जगह दी है। तस्किन इस सीरीज में भी केवल 30 अगस्त को कराची में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए उपबलब्ध होंगे। हालांकि इससे पहले वह 20 अगस्त से शुरू हो रहे.
नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद ने कहा है कि देश के मौजूदा मुश्किल दौर में अपनी मां से न मिल पाने और उन्हें गले न लगा पाने से वह बहुत दुखी हैं। उन्होंने बांग्लादेश में लोगों की जान जाने और देश में चल रही अशांति पर भी दुख.
नयी दिल्ली: भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) के अध्यक्ष अरुण कुमार गरोडिया ने बंगलादेश में इस समय चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम भारतीय इंजीनियरिंग निर्यातकों के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बताया है। ईईपीसी ने कहा कि पड़ोसी देश में इस समय चल रही राजनीतिक अनिश्चितता स्थिति को और खराब कर सकती है.
ढाका: बंगलादेश में सरकार के खिलाफ जारी आंदोलन के मद्देनजर तीन सप्ताह में दूसरी बार इंटरनेट सेवा अस्थायी तौर पर बंद कर दी गयी है। सरकार के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच सोमवार को करीब 90 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गये।
नयी दिल्ली: पड़ोसी मुल्क बंगलादेश में बिगड़े हालात और तख्तापलट के मद्देनजर केंद्र सरकार भी सतर्क हो गयी है। सरकार ने बंगलादेश से लगी सीमा के साथ-साथ पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए विशेष चेतावनी जारी की है। उधर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगलादेश की घटना को देखते हुए 4096 किलोमीटर लंबी भारत-बंगलादेश सीमा पर.
ढाका : आरक्षण के खिलाफ बांग्लादेश में शुरू हुआ आंदोलन और हिंसक हो गया है। रविवार को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। इस दौरान कई जगहों पर उनके और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई।.
ढाका: बंगलादेश की राजधानी ढाका तथा देश के अन्य हिस्सों में रविवार को हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 80 लोग मारे गए और इसके बाद अधिकारियों ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार काफी संख्या में विद्यार्थियों ने शेख हसीना सरकार के इस्तीफे की मांग करते हुए असहयोग आंदोलन.