नई दिल्लीः भारत के चंद्रमा मिशन ‘चंद्रयान-1’ से मिले रिमोट सेंसिंग डेटा का विश्लेषण कर रहे वैज्ञानिकों ने पाया है कि पृथ्वी के उच्च ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉन संभवत: चंद्रमा पर जल बना रहे हैं।अमेरिका के हवाई विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व वाली एक टीम ने पाया है कि पृथ्वी के प्लाज्मा आवरण में मौजूद ये.
टाेक्योः जापान ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन ले जाने वाला रॉकेट प्रक्षेपित किया, जो ब्रह्मांड की उत्पति का पता लगाएगा। जापान द्वारा प्रक्षेपित रॉकेट में दूरबीन के साथ-साथ चांद की सतह पर उतारने के लिए एक छोटा लैंडर भी भेजा गया है। दक्षिण-पश्चिमी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से ‘एचआईआई-ए’ रॉकेट के प्रक्षेपण का.
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ‘स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून’ (एसएलआईएम) के सफल प्रक्षेपण पर जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) को बृहस्पतिवार को बधाई दी। अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ”वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय द्वारा अन्य सफल चंद्र मिशन के लिए बहुत-बहुत बधाई।” जेएएक्सए ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन.
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को कहा कि ‘विक्रम’ लैंडर उम्मीद भरे एक प्रयोग से सफलतापूर्वक गुजरा और इसने चंद्रमा की सतह पर एक बार फिर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की। इसरो ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि कमांड मिलने पर ‘विक्रम’ (लैंडर) ने इंजनों को ‘फायर’ किया, अनुमान के मुताबिक करीब.
मिशन ‘आदित्य-एल1’ की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग पर सीएम योगी ने इसरो सहित पूरी टीम को दी बधाई लखनऊः भारत का पहला सोलर मिशन ‘आदित्य-एल1’ शनिवार को श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया। भारतीय स्पेस मिशन की इस ऐतिहासिक सफलता पर सीएम योगी ने इसरो सहित पूरी टीम को बधाई देते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत की.
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए रविवार को कहा कि भारत के इस अभियान ने साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान नये भारत की उस भावना का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल.
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी चंद्रयान-3 के 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद चांद पर पहुंचने की उसकी यात्रा पूरी हाे गई है। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, चंद्रयान-3 के लैंडर के 23 अगस्त को शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर पहुंचा है। इस लैंडर में एक रोवर.
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ। इसके साथ.
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने 15 साल में तीन चंद्र अभियान भेजे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि मानो चंद्रमा इसरो को अपने यहां बार-बार आमंत्रित करता है। और ऐसा क्यों न हो? वैज्ञनिकों को 2009 में चंद्रयान-1 से मिले डेटा का पहली बार इस्तेमाल कर चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों में अंधकार वाले.
नई दिल्लीः भारत की बुधवार को चंद्रयान-3 को चांद की सतह पर उतारने की योजना है जिसको लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। इस बीच, विशेषज्ञ डॉ.वी.टी.वेंकटेश्वरन ने चंद्रमा की रहस्यमयी दुनिया के कुछ पहुलओं से अवगत कराया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्वायत्त संगठन ‘विज्ञन प्रसार’ के वैज्ञनिक और भारतीय ज्योतिíवज्ञन परिषद के.