Canal Water : तलवाड़ा से बलाचौर तक जाने वाली कंडी कनाल नहर के पानी का एक बड़ा हिस्सा गढ़शंकर के गांवों को दिए जाने की जगह सेला खुर्द की क्वांटम पेपर मिल को पाइपलाइन के जरिए देने से क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है।
जानकारी देते हुए उक्त स्थान पर गुरमुख सिंह सोढ़ी, जय गोपाल धीमान जसविंदर सिंह, युद्धवीर सिंह व अन्य ने बताया कि कंडी नहर की तीन दशकों से विभिन्न सरकारों ने उपेक्षा की है, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार ने कुछ समय के लिए नहर में पानी छोड़ने का निर्णय लिया है। इससे पहले किसानों को उम्मीद थी कि उनकी बंजर जमीन तक पानी पहुंच जाएगा, लेकिन अब मेहग्रोवाल गांव में बड़ी पाइपलाइन बिछाकर नहर के पानी का एक बड़ा हिस्सा सेला खुर्द की ओर मोड़ दिया गया है। पानी क्वांटम पेपर मिल को दिये जाने से क्षेत्र के किसान काफी निराश हो गये हैं।
उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने कंड कनाल नहर के निर्माण के लिए अपनी जमीन दी थी, वे भी सिंचाई से वंचित हो गए हैं और कंडी कनाल नहर के पास के 5 किलोमीटर क्षेत्र में ट्यूबवेल नहीं लगाई जा सकती है, जिसके कारण उनकी जमीन बर्बाद होने के कगार पर है। खेत बंजर हो रहे है।
उन्होंने कहा कि कंडी कनाल नहर के पानी का एक बड़ा हिस्सा सेला खुर्द की क्वांटम पेपर मिल को दिए जाने और संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों को परेशानी हो रही है। कनाल नहर का रख रखाव समय पर नहीं किया जा रहा है
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नहर विभाग व सरकार ने इस नहर का पानी क्वांटम पेपर मिल को डायवर्ट कर किसानों को देना शुरू नहीं किया तो वे आने वाले समय में संघर्ष करेंगे।