दरअसल, चिराग पासवान ने कहा कि आज कांग्रेस बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सम्मान की चिंता दिखा रही है, लेकिन यह वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहेब के जीवनकाल में उन्हें सम्मान देने की आवश्यकता नहीं समझी। पासवान ने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बाबा साहेब का चित्र तक भारत की संसद में नहीं लगाया गया, जबकि उनके योगदान को मान्यता देना चाहिए था।
कांग्रेस का विरोधाभास
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा भाषण के खिलाफ विपक्ष के विरोध-प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “…कांग्रेस आज बाबा साहेब के सम्मान को लेकर चिंता जता रही है, ये वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहेब अंबेडकर के रहते हुए उन्हें सम्मान देना जरूरी… pic.twitter.com/5dsves4x0k
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2024
उन्होंने कहा कि आज जो कांग्रेस बाबा साहेब के सम्मान की चिंता दिखा रही है, वह केवल एक राजनीतिक दिखावा है, क्योंकि केंद्र सरकार ने उनकी उपेक्षा करने के बाद अब इस कार्य को आगे बढ़ाया है। चिराग पासवान ने यह भी बताया कि जब तक कांग्रेस सत्ता में थी, बाबा साहेब का नाम तक नहीं लिया गया, और उन्हें चुनावों में हराने का काम किया गया। उन्होंने उदाहरण दिया कि संसद के सेंट्रल हॉल में तीन कांग्रेस परिवार के सदस्यों की तस्वीरें लगी हुई हैं, लेकिन बाबा साहेब की तस्वीर तक नहीं लगाई गई।
एनडीए सरकार ने दिया बाबा साहेब को सम्मान
चिराग पासवान ने कहा कि अगर किसी ने बाबा साहेब को सम्मान दिलवाया है, तो वह एनडीए सरकार है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी और कहा कि अगर वे सही में बाबा साहेब का सम्मान करना चाहते हैं, तो उन्हें आपनी सोच में बदलाव लाना होगा और दिखावा छोड़ना होगा।