पटना: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज कहा कि ऊर्जा के संरक्षण एवं संवर्धन की व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। आर्लेकर ने सोमवार को यहां पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रलय की ओर से आयोजित होनेवाले 15 दिवसीय ‘संरक्षण क्षमता महोत्सव’ (सक्षम-2023) का उद्घाटन उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमें ऊर्जा के संरक्षण एवं संवर्धन की व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी।’’ राज्यपाल ने कहा कि सौर ऊर्जा वैकल्पिक ऊर्जा नहीं, बल्कि मूल ऊर्जा है और इसे प्रकृति ने हमें दिया है, जिसका अधिकाधिक उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने ऊर्जा संरक्षण के लिए पर्यावरण के संरक्षण को आवश्यक बताते हुए कहा कि इसके लिए जन-जागरुकता जरुरी है।
आर्लेकर ने गोवा विधान सभाध्यक्ष के रुप में पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से वहां की विधान सभा को पेपरलेस बनाने संबंधी अपने प्रयोग एवं उसके अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा कि 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के 12 दिनों का सत्र बिना कागज के संचालित किया गया और इससे 1298 पेड़ों को कटने से बचाया जा सका। इस अवसर पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एवं तेल उद्योग, बिहार के राज्य स्तरीय समन्वयक संजीव कुमार चौधरी, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के राज्य प्रमुख अमित मित्तल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक मनोज कुमार सिंह, गेल के उप महाप्रबंधक मो. गयूर जाहिरी तथा अन्य लोग उपस्थित थे।