लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को विधानसभा गैलरी का भ्रमण कर नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक तकनीकों और सांस्कृतिक धरोहर के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है। इन नवाचारों से आम जनता और जनप्रतिनिधियों को उत्तर प्रदेश विधानसभा के ऐतिहासिक महत्व और कार्यप्रणाली को समझने में सहायता मिलेगी। राज्यपाल ने विधानसभा में स्थापित भित्ति चित्रों का अवलोकन किया, जिनमें भारत की ऐतिहासिक घटनाओं और राजनीतिक परंपराओं को चित्रित किया गया है। उन्होंने यूपी विधानसभा में हुए नवीनीकरण कार्यों और तकनीकी उन्नयन की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि विधानसभा का आधुनिकीकरण इसे भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बना रहा है। इस दौरान उन्होंने विधानसभा डिजिटल गैलरी का भी अवलोकन किया, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विधायकों की तस्वीरों के साथ-साथ सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी डिजिटल माध्यम से प्रदर्शित की गई है।
राज्यपाल ने गैलरी में लगी हाईटेक स्क्रीन पर विभिन्न विभागों और समितियों की जानकारी, विधायकों एवं मंत्रियों के कार्यक्षेत्र और उनकी जिम्मेदारियों की डिजिटल प्रदर्शनी को भी देखा और इसे एक प्रभावी पहल बताया। उन्होंने हेलीकॉप्टर सिमुलेशन का भी अवलोकन किया, जहां उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण पौराणिक एवं आध्यात्मिक स्थानों का वर्चुअल भ्रमण हेलीकॉप्टर सिमुलेशन के माध्यम से कराया जाता है। उन्होंने इसे एक अद्भुत अनुभव बताया। उन्होंने विधानसभा डिजिटल कॉरिडोर में पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यों को भी सराहा।
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आपके प्रयासों से विधानसभा का विकास और सौंदर्यीकरण अद्वितीय है। उन्होंने विधानसभा परिसर में स्थित विभिन्न भित्तिचित्रों, अत्याधुनिक हाईटेक सुविधाओं, डिजिटल गैलरी और विधानसभा की ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने वाले नवाचारों को ध्यानपूर्वक देखा और सराहा। उन्होंने डिजिटल म्यूजियम, साउंड एंड लाइट शो, विधानसभा के कार्यालय, बैठक कक्ष, राजर्षि पुरुषोत्तम दास हॉल, विधानसभा मंडप, संसदीय दल के कार्यालय का अवलोकन भी किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने राज्यपाल को रामायण की तीन खंडों वाली पुस्तक भेंट की।