महाकुंभ नगर: प्रयागराज में संगम तट पर सनातन आस्था और संस्कृति के महापर्व महाकुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। हर कोई इस महाकुंभ में अपनी हाजिरी लगाकर अमृत स्नान करने के लिए आ रहा है। इस बीच, मेला क्षेत्र में स्थित हरिहर घाट पर गंगा आरती का भी आयोजन किया जा रहा है। यह आरती हर रोज शाम 6 बजे होती है।गंगा आरती में शामिल श्रद्धालुओं ने महाकुंभ को लेकर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि यहां आकर उनके मन को शांति मिली है।
कोलकाता से आईं श्रद्धालु नेहा ने बताया, ‘मुझे महाकुंभ में आकर काफी अच्छा लगा है। आज गंगा आरती में भी शामिल हुई, जो यादगार पल था। प्रशासन द्वारा महाकुंभ में अच्छे इंतजाम किए गए हैं।‘
श्रद्धालु चिंतन गांधी ने कहा कि महाकुंभ में आना उनके लिए गर्व की बात है। यहां का माहौल भक्तिमय है और सरकार की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए अच्छे इंतजाम भी किए गए हैं। हमें पता चला है कि महाकुंभ में 40 करोड़ लोग आने वाले हैं, जैसे इंतजाम यहां किए गए हैं। उससे देखकर लगता है कि सब कुछ अच्छा होगा।
एक अन्य महिला श्रद्धालु ने बताया कि हमारा 20 से अधिक लोगों का ग्रुप महाकुंभ में स्नान करने के लिए आया है। इससे पहले वाराणसी गए थे, जहां काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। अब महाकुंभ में आकर सभी को अच्छा लगा है।
श्रद्धालु अलीशा ने बताया कि मैं पहली बार कुंभ में आई हूं। यहां एक अच्छा माहौल है और हर वर्ग के लोग महाकुंभ का हिस्सा बन रहे हैं। मैं शनिवार को महाकुंभ में स्नान करूंगी और उसके लिए काफी उत्साहित भी हूं।
श्रद्धालु गायत्री ने बताया कि मैं मुंबई से महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज आई हूं। यहां से पहले कई लोगों ने मुझसे कहा था कि महाकुंभ में करोड़ों लोग शामिल होने वाले हैं, वहां परेशानी उठानी पड़ सकती है। मगर यहां आकर अच्छा लगा है और प्रशासन की तरफ से अच्छे इंतजाम किए गए हैं।
श्रद्धालु कोकिला ने महाकुंभ में शामिल होने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 144 साल के बाद हो रहा है। यहां का माहौल बहुत अच्छा है और हर कोई आस्था के रंग में रंगा हुआ है।
श्रद्धालु आशीष ने कहा कि मैं कोलकाता का रहने वाला हूं। मेरे यहां आने से पहले लोगों ने महाकुंभ को लेकर तरह-तरह की बातें की थीं, मगर प्रशासन द्वारा अच्छे इंतजाम किए गए हैं। हर किसी के चेहरे पर खुशी का माहौल है।