इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी विवाद के बीच सरकारी संस्थानों पर निशाना साधा

लाहौर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को अपने खिलाफ तोशखाना मामले में गिरफ्तारी विवाद के बीच सरकारी संस्थानों पर निशाना साधा। अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने आवास पर ‘जेल भरो तहरीक’ में शामिल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को.

लाहौर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को अपने खिलाफ तोशखाना मामले में गिरफ्तारी विवाद के बीच सरकारी संस्थानों पर निशाना साधा। अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने आवास पर ‘जेल भरो तहरीक’ में शामिल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया और अपने गुस्से का इजहार किया।

जबकि इससे पहले इमरान खान के चीफ ऑफ स्टाफ सीनेटर शिबली फराज ने दावा किया था कि पीटीआई प्रमुख जमान पार्क स्थित अपने आवास पर नहीं हैं।
तोशाखाना मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए इस्लामाबाद पुलिस के उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंचने के बाद जमान पार्क में पीटीआई कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा और वहां इमरान खान देखे गए। तोशाखाना मामले में अदालत के सामने पेश होने में लगातार विफल रहने के बाद इस्लामाबाद की एक अदालत ने 28 फरवरी को पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

इमरान खान ने कड़े शब्दों में कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अगर सरकार उनका नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में डालती है क्योंकि उनका देश छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। देश में सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) गठबंधन के नेतृत्व पर निशाना साधते हुए खान ने कहा कि अगर उनका नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में डाल दिया जाता है तो उनके पैर कांपने लगते हैं। पूर्व सेना प्रमुख की आलोचना करते हुए खान ने आरोप लगाया कि जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने साजिश रचते हुए देश पर अपराधियों को थोप दिया है।

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