विज्ञापन

चीन में वसंत त्यौहार के आगमन की तैयारियां ज़ोरों पर

चंद्रमा के उदय के अनुसार हर बारह माह के पश्चात चीनी नव वर्ष मनाया जाता है। इस बार फरवरी में आने वाली पहली अमावस्या के अगले दिन यानी 10 फरवरी 2024 को चीनी नव वर्ष का शुभारंभ हो रहा है। प्रत्येक चीनी वर्ष 12 राशियों में से किसी एक को इंगित करता है और हर राशि के लिए एक प्राकृतिक प्राणी निर्धारित किया गया है।

- विज्ञापन -

इस बार चीनी नव वर्ष ड्रैगन वर्ष के रुप में मनाया जाएगा। पारंपरिक चीनी संस्कृति में, ड्रैगन शुभता, ज्ञान और शक्ति का प्रतीक है। चीनी पारंपरिक कैलेंडर में 24 सौर चक्रों का भी बड़ा महत्व है। वर्ष के 12 महीनों को 24 सौर चक्रों में विभाजित किया गया है और हर महीने को पूर्णिमा (चंद्रमा का पूर्ण रुप) और अमावस्या (चंद्रमा का ना दिखाई देना) के हिसाब से 15-15 दिनों में विभाजित किया जाता है

यानी हर सौर चक्र पूर्णिमा से अमावस्या या अमावस्या से पूर्णिमा के बीच होता है। इस वर्ष 10 फरवरी को आ रहे चीनी नव वर्ष पर लिछुन नामक सौर चक्र, 24 सौर चक्रों में से पहला सौर चक्र है। मंदारिन भाषा में लि का मतलब होता है शुरूआत, और छुन का मतलब है गर्मी और विकास या कहा जा सकता है लिछुन यानी वसंत की शुरुआत।

वसंत का आगमन बताता है कि सर्दी के दिन खत्म हो रहे हैं औऱ नए साल की बुवाई के लिए कृषि के लिए अनुकूल मौसम भी है। इसी तरह से वर्ष भर को चार मौसम में बांटा गया है जिसमें वसंत, गर्मी, शरद और ठंड हैं, और इसी चक्र में वर्ष भर गुजरता है। साथ ही इन चारों मौसमों की अवधि कम से कम तीन महीने की होती है।

चीनी चंद्र पंचांग के अनुसार, वर्ष के 12वें महीने को “ला य्वे” कहा जाता है, मंदारिन भाषा में य्वे का अर्थ महीना होता है। यानी इन दिनों 12वां महीना चल रहा है और यह ला य्वे 9 फरवरी तक रहेगा। नव वर्ष के पहले महीने को चंग य्वे कहा जाता है जो कि 10 फरवरी से शुरु होगा। साल 2024 में चीनी पारंपरिक वसंत त्योहार, पहले संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अवकाश के रूप में भी मनाया जाएगा।

साथ ही कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे सिंगापुर, मलेशिया सहित 15 से अधिक देशों में भी इस वसंत त्यौहार को मनाया जाएगा। चीनी नववर्ष से कई तरह के पारंपरिक रीति रिवाज भी जुड़े हुए हैं। जैसे इस शुभ अवसर पर घर के बड़े-बुजुर्गों द्वारा छोटे बच्चों और नौजवानों को लाल लिफाफे देने के साथ ही आशीष देने की परंपरा भी शामिल है।

ये भेंट स्नेह स्वरुप दी जाती है। मैंदेरिन भाषा में इन लाल लिफाफों को ‘होंग पाओ’कहा जाता है। ‘होंग’का मतलब होता है लाल और ‘पाओ’का मतलब होता है बैग। इन लाल लिफाफों में पैसे होते हैं ताकि बच्चे अपने लिए अपने मनचाहे उपहार खरीद सकें। चीनी नव वर्ष में डम्पलिंग या चिआओत्ज़ बनाने और खाने की परंपरा भी है।

डम्पलिंग को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है और पूरे नव वर्ष में सौभाग्य हर परिवार के साथ रहे इसलिए इसे घर-घर में बनाया जाता है। वसंत महोत्सव के दौरान सभी लोग अपने-अपने घरों को भी काफी अच्छी तरह से सजाते हैं लिहाजा इस दौरान सजावटी वस्तुओं का निर्माण और बिक्री जोरों पर होती है।

सजावटी सामानों में रंग-बिरंगे लालटेन, लाइट-शो, ड्रैगन के कई आकारों वाले कागज़ के मुखौटे और खिलौनों और रंगबिरंगी पट्टियों से शहर और घरों को सजते हुए देखा जा सकता है। यही वजह है कि इस दौरान चीन की वसंत महोत्सव अवकाश अर्थव्यवस्था और नाइट इकॉनमी में तेज़ वृद्धि देखने को मिलती है।

यही वजह है कि चीन में इन दिनों सभी जगह उत्सव जैसा माहौल और छुट्टियों के दिनों की शुरुआत हो चुकी है। भारत में भी सभी ऋतुओं में से सबसे अधिक अच्छा माना जाता है ऋतुराज वसंत को। चंद्रमा के दर्शन हिसाब से ही भारतीय पारंपरिक कैलेडंर के माघ माह की शुरुआत 10 फरवरी (चीनी नव वर्ष) से हो रही है।

माघ माह के शुक्ल पक्ष के पहले दिन से माघ नवरात्रि का भी शुभारंभ होगा और माघ शुक्ल की पंचमी को वसंत पंचमी का त्योहार भी मनाया जाएगा जो कि इस वर्ष 14 फरवरी को आ रही है। भारतीय पारंपरिक पंचांग के हिसाब से भारतीय नव वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि यानी प्रतिपदा का दिन इस वर्ष 9 अप्रैल 2024 को आ रहा है, इसी दिन से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ भी होगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

- विज्ञापन -

Latest News