इस्लामाबादः पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान ने गुरुवार को अदयिाला जेल से डाक मतपत्र के माध्यम से आम चुनाव के लिए अपना वोट डाला। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी। हालांकि, खान की पत्नी बुशरा बीबी मतदान नहीं कर सकीं, क्योंकि डाक मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें दोषी ठहराया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। जेल अधिकारियों के हवाले से बताया कि केवल वैध कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र (सीएनआईसी) वाले कैदियों को ही मतदान करने की अनुमति दी गई है।
बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में, पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव रऊफ हसन ने कहा था कि पूर्व प्रधान मंत्री खान ने देश की गरिमा, सम्मान और संप्रभुता को बहाल करने और लोगों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अपना जीवन सहित सब कुछ समर्पित कर दिया है।हसन ने कहा, कि ‘देश के नागरिक होने के नाते हमें कर्ज चुकाना है। हमें अपने वोट का इस्तेमाल उस सड़ी-गली व्यवस्था को खत्म करके पाकिस्तान का चेहरा बदलने के लिए करना चाहिए, जिसने देश और इसके लोगों पर बुरी पकड़ बना रखी है।‘
शहबाज शरीफ ने भी डाला वाेट
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) (पीएमएल-एन) के प्रमुख शहबाज शरीफ ने गुरुवार को देश में आम चुनाव के लिए अपना वोट डाला। रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ ने लाहौर के मॉडल टाउन निर्वाचन क्षेत्र में अपना वोट डाला। मीडियाकर्मियाें से बात करते हुए शरीफ ने कहा कि जनता के हाथ में अपने देश का भाग्य है। उन्होंने मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष जताया। कार्यवाहक संघीय सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी ने इस्लामाबाद के एनए-46 में एक मतदान केंद्र पर वोट डाला। मतदान की पूर्वसंध्या पर बुधवार को बलूचिस्तान प्रांत के पिशिन और किला सैफुल्लाह में दोहरे आतंकवादी हमलों में कई लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए।