होशियारपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘संविधान-संविधान की रट लगाने’ के लिए वीरवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उसने आपातकाल के दौरान ही उसका ‘गला घोंट’ दिया था तथा जब 1984 के दंगों में सिखों की हत्या हो रही थी तब भी उसने इसकी कोई परवाह नहीं की। मोदी ने 7 चरण में हो रहे लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में अपनी आखिरी चुनावी रैली में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नैशनल डिवैल्पमैंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) गठबंधन के खिलाफ हमला तेज करते हुए उस पर सेना को ‘राजनीति का हथियार’ बनाने का आरोप लगाया और कहा कि इससे बड़ा ‘कोई पाप’ नहीं हो सकता।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और ‘इंडी’ गठबंधन ने भारतीय सशस्त्र बलों को कमजोर करने के लिए कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस को निशाना बनाते हुए मोदी ने जीप घोटाले, बोफोर्स, पनडुब्बी और सेना के ट्रक घोटाले का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने सेना की जरूरतों की कभी परवाह नहीं की।
मोदी ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त होकर केवल सरकारी खजाने को लूटने और खाली करने की योजना बनाई।’ होशियारपुर से पार्टी उम्मीदवार अनीता सोम प्रकाश और आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार सुभाष शर्मा के पक्ष में यहां आयोजित रैली में प्रधानमंत्री ने आरक्षण, भ्रष्टाचार और राम मंदिर के मुद्दों पर भी बात की।
भाजपा के सत्ता में आने पर संविधान को खत्म करने के कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए मोदी ने कहा, ‘आजकल देश के लोग इंडी गठबंधन वालों से संविधान-संविधान की रट सुन रहे हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने आपातकाल के दौरान संविधान का गला घोंट दिया था। जब 84 के दंगों में सिखों के गले में टायर बांधकर जलाया जा रहा था, तब इन्हें संविधान की याद नहीं आई।’
उन्होंने आरोप लगाया कि आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन की मंशा खतरनाक है। उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 सालों में मैंने हमेशा एससी/एसटी/ओबीसी के लिए आरक्षण की रक्षा की है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस और इंडिया गठबंधन मेरे प्रयासों से नाराज है। आरक्षण को लेकर उनकी नीयत खतरनाक है। उनका पूरा ट्रैक रिकार्ड एससी/एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीनने का रहा है।’ मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण की रक्षा की है।