निगुलसरी में भूस्खलन के बाद NH 5 हुआ ध्वस्त, कई घंटों तक यातायात रहे बाधित

लोक निर्माण विभाग की मशीनरी मलबा हटाने में जुटी है, लेकिन रुक-रुक कर पहाड़ से पत्थर और मलबा गिर रहा है, जिससे मलबा हटाने के काम में समय लग रहा है।

हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला किन्नौर एक बार फिर राजधानी शिमला से कट गया है। किन्नौर के निगुलसरी में सुबह करीब 4 बजे फिर भूस्खलन हुआ।हाईवे पर लगातार पत्थर गिरने से एक बार फिर यातायात बाधित हो गया। इससे हाईवे के किनारे वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। लोग सुबह से ही परेशान हैं।

लोक निर्माण विभाग की मशीनरी मलबा हटाने में जुटी है, लेकिन रुक-रुक कर पहाड़ से पत्थर और मलबा गिर रहा है, जिससे मलबा हटाने के काम में समय लग रहा है। एनएच-5 के अवरुद्ध होने से जिला किन्नौर, काजा-स्पीति और जिला शिमला, रामपुर, ज्यूरी आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसमें कुछ पर्यटक भी शामिल हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक इसी हाईवे से किन्नौर और स्पीति पहुंचते हैं।

आपको बता दें कि किन्नौर के निगुलसरी में पिछले 75 दिनों में बमुश्किल 20 दिन ही हाईवे खुला है। बाकी 55 दिन हाईवे भूस्खलन के कारण बंद रहा। हाईवे बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी सेब के बागवानों को हो रही है। इन दिनों किन्नौर में सेब का सीजन अपने चरम पर है। लेकिन भूस्खलन के बाद सेब से लदे ट्रक सड़क किनारे फंस गए हैं।

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