वाराणसी। उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर के पास से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां, मंदिर के पास दो पुराने मकान भरभराकर गिर गये हैं। जिसमें एक सिपाही और दो महिलाओं समेत पांच से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। जिसके बाद सूचना मिलते ही राहत बचाव टीम मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने आपदा राहत टीम के साथ मिलकर राहत कार्य शुरू कर दिया है. हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मैदागिन की ओर से विश्वनाथ मंदिर आने वाले मार्ग पर गेट नंबर 4 को बंद कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर एक और दो से प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं घटना स्थल पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही फायर ब्रिगेड की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं. तीन मंजिल की इस इमारत का मलबा बड़ी सावधानी के साथ हटाया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि खोआ गली चौराहे के पास स्थित जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर राजेश गुप्ता व मनीष गुप्ता के 70 साल पुराने मकान थे।
देर रात हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार यह दोनों मकान आपस में सटे थे और इनकी हालात खाफी खराब हो चुकी थी। वहीं, बनारस में कई दिनों से बारिश हो रही थी, इसलिए इस मकान की नींव तक में पानी भर गया था। इसकी वजह से सोमवार की देर रात पहले एक मकान धराशायी हुआ और झटका लगने से उससे सटा दूसरा मकान भी बैठ गया। बचाव कार्य में जुटी पुलिस ने बताया कि अभी तक साफ नहीं हो सका है कि मलबे में कितने लोग दबे हैं।
#WATCH | Mohit Agarwal, Police Commissioner Varanasi says “The rescue operation is about to finish now. 9 people in the family were trapped here, all of them were taken out and sent to a hospital. A woman constable who was on duty here has been injured and sent to BHU Trauma… pic.twitter.com/xcF6KaBbTc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 6, 2024
राहत कार्य जारी
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही और दो महिलाओं समेत पांच से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। इन सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बड़े स्तर पर राहत अभियान चलाया गया है। हाथ से और जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है।