साहित्य एकैडमी आयोजित करेगा विश्व का सबसे बड़ा ‘साहित्योत्सव’

नई दिल्ली: राष्ट्रीय साहित्य संस्था साहित्य एकैडमी स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने पर अपना वार्षिक ‘साहित्योत्सव’ इस बार विश्व के सबसे बड़े साहित्य महोत्सव रूप में आयोजित करेगी जिसमें 175 से अधिक भाषाओं के 1100 से अधिक लेखक और कवि भाग लेंगे। साहित्य एकैडमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने बताया कि इस वर्ष साहित्योत्सव.

नई दिल्ली: राष्ट्रीय साहित्य संस्था साहित्य एकैडमी स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने पर अपना वार्षिक ‘साहित्योत्सव’ इस बार विश्व के सबसे बड़े साहित्य महोत्सव रूप में आयोजित करेगी जिसमें 175 से अधिक भाषाओं के 1100 से अधिक लेखक और कवि भाग लेंगे। साहित्य एकैडमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने बताया कि इस वर्ष साहित्योत्सव 11 से 16 मार्च तक रवींद्र भवन परिसर में मनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि महोत्सव में 190 से अधिक सत्रों में 1100 से अधिक प्रसिद्ध लेखक और विद्वान भाग ले रहे हैं। इसमें देश की 175 से अधिक भाषाओं का भी प्रतिनिधित्व होगा। उन्होंने बताया कि इस साहित्योत्सव में 3 राज्यों केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस विशेष रूप से भाग ले रहे हैं।

इस पुरस्कार-अर्पण समारोह की मुख्यातिथि प्रख्यात ओड़िया लेखिका प्रतिभा राय होंगी। प्रतिष्ठित संवत्सर व्याख्यान प्रख्यात उर्दू लेखक एवं गीतकार गुलजार देंगे। साहित्योत्सव में ‘साहित्य एवं कूटनीति’ पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन भी होगा। श्रीनिवासराव ने बताया कि साहित्योत्सव की शुरुआत एकैडमी की वर्षभर की प्रमुख गतिविधियों की प्रदर्शनी से होगा।

साहित्योत्सव का मुख्य आकर्षण साहित्य एकैडमी पुरस्कार 2023 अर्पण समारोह होगा। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिताएं, साहित्यिक प्रश्नोत्तरी और कई अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें दिल्ली एवं आसपास के 1000 से अधिक बच्चों के भाग लेने की उम्मीद है।

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