दुबई में क्लाउड सीडिंग बनी आफत, रिकॉर्ड बारिश से जनजीवन प्रभावित, पूरा हवाई अड्डा डूबा, भारतीय दूतावास का हेल्पलाइन नंबर जारी

‘क्लाउड सीडिंग’ बनी भारी बारिश का कारण, यूएई अपने घटते, सीमित भूजल को बढ़ाने के लिए ‘क्लाउड सीडिंग’ का सहारा लेता है। ऐतिहासिक मौसमी घटना 1949 में डाटा संग्रह की शुरुआत के बाद से दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा।

दुबई। रेगिस्तानी देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मंगलवार को रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई, जिससे अधिकतर क्षेत्रों में लोगों को भारी जलभराव का सामना करना पड़ा। भारी बारिश के चलते दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बाढ़ जैसे हालात बनने से बड़े पैमाने पर उड़ानें प्रभावित हुईं। मंगलवार को हुई बारिश एक ऐतिहासिक मौसमी घटना है, जो 1949 में डाटा संग्रह की शुरुआत के बाद से दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा है। बहरीन, ओमान, कतर और सऊदी अरब में भी बारिश हुई। हालांकि, पूरे यूएई में तेज बारिश देखी गई। दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एकत्र किए गए मौसम संबंधी आंकड़ों के अनुसार, बारिश सोमवार देर रात से शुरू हुई जिसके बाद लगभग 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के कारण दुबई की सड़कों पर जलभराव हो गया। इसके बाद मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे के आसपास तेज आंधी आई और फिर ये पूरे दिन जारी रही। इसके साथ ही भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।

भारतीय दूतावास ने दुबई में रह रहे भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया।

आफत यह रहा कारण!
माना जा रहा है कि ‘क्लाउड सीडिंग’ भारी बारिश का कारण बनी क्योंकि सरकार ने कृत्रिम बारिश के प्रयास के तहत छोटे विमान तैनात किए थे। कई रिपोर्ट में राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के हवाले से कहा गया है कि बारिश से पहले 6 या 7 ‘क्लाउड सीडिंग’ उड़ानें भरी गई थीं। यूएई अपने घटते, सीमित भूजल को बढ़़ाने के लिए ‘क्लाउड सीडिंग’ का सहारा लेता है।

हवाई अड्डे की हालत खराब
मंगलवार के अंत तक, 24 घंटों में 142 मिलीमीटर से अधिक बारिश ने दुबई में बाढ़ जैसे हालात बना दिए। एक दंपति ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बुधवार को बताया कि हवाई अड्डे पर स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा, ‘आपको टैक्सी नहीं मिल सकती। मेट्रो स्टेशन पर लोग सो रहे हैं। हवाई अड्डे पर लोग सो रहे हैं।’

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