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गैंगस्टर Lawrence Bishnoi को मिला चुनाव लड़ने का ऑफर, सुनील शुक्ला ने जताया भरोसा

मुंबई : आपराधिक मामलों को लेकर चर्चा में रहने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को महाराष्ट्र के राजनीतिक दल उत्तर भारतीय विकास सेना पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। खास बात यह है कि पार्टी के अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने बिश्नोई को एक औपचारिक पत्र लिखकर उनकी तुलना महान क्रांतिकारी भगत सिंह.

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मुंबई : आपराधिक मामलों को लेकर चर्चा में रहने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को महाराष्ट्र के राजनीतिक दल उत्तर भारतीय विकास सेना पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। खास बात यह है कि पार्टी के अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने बिश्नोई को एक औपचारिक पत्र लिखकर उनकी तुलना महान क्रांतिकारी भगत सिंह से की है। पत्र में शुक्ला ने बिश्नोई की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘क्रांतिकारी‘ बताया और विश्वास जताया कि बिश्नोई के राजनीति में आने से महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पार्टी उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

शुक्ला ने पत्र में लिखा, ‘हमारा प्रस्ताव है कि आप महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ें। उत्तर भारतीय विकास सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी आपके अभियान का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। हम बस आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।‘ पत्र में आगे कहा गया है, ‘हमें गर्व है कि आप (लॉरेंस बिश्नोई), पंजाब में जन्मे एक उत्तर भारतीय हैं और ऐसे मुद्दे का प्रतिनिधित्व करते हैं जो हमारी पार्टी के मूल्यों से मेल खाता है। हमारी पार्टी आपकी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।‘

उत्तर भारतीय विकास सेना एक पंजीकृत राजनीतिक दल है जो महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीयों के अधिकारों की वकालत करता है। 31 वर्षीय लॉरेंस बिश्नोई ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर तब प्रसिद्धि पाई जब उसे 29 मई, 2022 को पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जोड़ा गया। कांग्रेस पार्टी के सदस्य मूसेवाला की हत्या बिश्नोई के सहयोगियों ने की थी। इसे गैंगवार का नतीजा बताया था।

हाल ही में, बिश्नोई गैंग ने 66 वर्षीय राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सिद्दीकी, अभिनेता सलमान खान सहित बॉलीवुड सितारों के साथ अपने करीबी संबंधों के लिए जाने जाते थे। सिद्दीकी की हत्या ने बिश्नोई के आपराधिक कारनामों को लेकर बढ़ती चिंताओं को और बढ़ा दिया है, खासकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद कि भारतीय अधिकारी कनाडाई नागरिकों को निशाना बनाने वाले संगठित अपराध समूहों को जानकारी दे रहे थे।

हालांकि बिश्नोई 2015 से जेल में बंद हैं, लेकिन उसका आपराधिक प्रभाव लगातार बढ़ रहा है और अब एक राजनीतिक दल खुलेतौर पर उसे राजनीति के मैदान में उतरने के लिए राजी कर रहा है।

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