नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में देश ही नहीं विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होन के लिए प्रयागराज पहुंच रहे है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बता दें कि उन्नाव जिले के जेल में बंद कैदियों ने प्रयागराज के संगम जल में स्नान किया। यह आयोजन जेल के अधीक्षक पंकज कुमार सिंह की पहल के बाद आयोजित किया गया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
हर- हर गंगे के उद्घोष के साथ गूंजा जेल
इस आयोजन ने जेल में एक आध्यात्मिक माहौल बना दिया और कैदियों का उत्साह देखकर सभी हैरान रह गए। जेल प्रशासन ने इस आयोजन को खास बनाने के लिए विशेष तैयारी की थी, जिसमें कैदियों ने ‘हर हर गंगे’ के उद्घोष के साथ पवित्र स्नान किया। उन्नाव जेल के जेल अधीक्षक पंकज कुमार सिंह की पहल पर प्रयागराज से संगम का जल मंगवाया गया। इस जल को एक बड़े कुंड में डाला गया और उसमें गंगा जल मिलाया गया। कुंड में गुलाब के फूलों की पंखुड़ियां डाली गईं और जेल के चारों ओर फूलों के गमले रखे गए, जिससे माहौल में एक आध्यात्मिक शांति और सकारात्मकता का अनुभव हुआ।
कैदियों ने आस्था के साथ किया स्नान
कैदी इस पवित्र स्नान का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित थे। ‘हर हर गंगे’ का उद्घोष करते हुए, एक-एक करके कैदी कुंड में स्नान करने आए। कुछ कैदी सूर्य भगवान को जल अर्पित करते हुए भी दिखाई दिए, जो उनकी धार्मिक आस्था और श्रद्धा को दर्शाता था। इस आयोजन के दौरान जेल प्रशासन ने कैदियों पर पुष्प वर्षा की, जिससे इस लम्हे को और भी यादगार बना दिया।
जेल प्रशासन का योगदान
यह भव्य आयोजन कारागार मंत्री और महानिदेशक की अनुमति से किया गया। जेल अधीक्षक पंकज कुमार सिंह और जेलर अरुण कुमार मिश्रा की देखरेख में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान जेल का माहौल पूरी तरह से आध्यात्मिक था, और कैदी इस आयोजन से खुश और संतुष्ट दिखाई दिए। उन्होंने इस आयोजन के लिए जेल प्रशासन का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद दिया।
महाकुंभ में लाखों लोग स्नान कर रहे हैं
इस आयोजन के समय, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लाखों लोग संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। लोग विभिन्न साधनों से संगम तक पहुंचते हैं, जैसे हवाई जहाज, रेल, सड़क और जल मार्ग, ताकि वे इस पवित्र जल में स्नान कर पुण्य प्राप्त कर सकें। अब तक पचास करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। महाकुंभ में हर आयु वर्ग के लोग, चाहे वह बच्चे हों, बूढ़े हों, महिलाएं हों या पुरुष, सभी इस पवित्र स्नान का हिस्सा बन रहे हैं।