मुंबई: फिल्म स्टार सैफ अली खान पर चाकू से हमले के बाद उनको अस्पताल तक पहुंचाने वाले भजन सिंह राणा(ऑटो ड्राइवर) सामने आए हैं। जिसने खून से लथपथ सैफ अली खान को सही समय पर लीलावती अस्पताल तक पहुंचाया था। अगर उस समय देरी हुई होती तो सैफ अली खान की जान मुश्किल में पड़ सकती थी। भजन सिंह राणा ने 15 जनवरी की रात की पूरी कहानी बताई, उन्होंने उस हादसे के बाद की कहानी बयां की जब वह सैफ अली खान को अस्पताल लेकर गए।
भजन सिंह राणा ने कहा, रात के वक्त सवारी के लिए हम लोग सड़कों पर घूमते रहते हैं। मैं लिंकन रोड से होते जा रहा था, इसी दौरान जैसे ही सतगुरु शरण बिल्डिंग के समीप पहुंचा तो बिल्डिंग से एक महिला दौड़ते हुए आई और जोर-जोर से रिक्शा-रिक्शा आवाज लगाने लगी। महिला ने मेरी ऑटो रिक्शा देखी और कहा कि जल्दी से रिक्शा लगाओ, एक व्यक्ति जख्मी है उसे अस्पताल ले जाना है।
मैंने ऑटो को दूसरी तरफ गेट पर लगा दिया। मैंने देखा कि चार लोग एक जख्मी व्यक्ति को लेकर आ रहे हैं। जिनमें से एक व्यक्ति सफेद कपड़े पहने हुए खून से लथपथ थाॉ। मैंने उन्हें ऑटो में बिठाया, तब उनके साथ एक बच्चा भी था।
जख्मी व्यक्ति को देखकर मैं भी काफी घबरा रहा था। मुझे लगा कि बिल्डिंग के अंदर जरूर कोई मारामारी हुई होगी। जब यह चारों लोग मेरे ऑटो में बैठे थे तो आपस में विचार कर रहे थे कौन से अस्पताल लेकर जाया जाए। पहले होली फैमिली अस्पताल की बात हो रही थी। लेकिन, पास में लीलावती अस्पताल था। इसलिए तय हुआ कि लीलावती अस्पताल लेकर जाना है।
मैं शॉर्टकट रास्ते से उन्हें 6 मिनट में लीलावती अस्पताल ले गया। मुझे नहीं पता था कि जख्मी व्यक्ति सैफ अली खान है। हालांकि, मेरे ऑटो में करीना कपूर साथ में नहीं थीं। उनके साथ तीन लोग थे। सैफ अली खान के गर्दन और पीठ पर जख्म दिखे थे। जब मैंने उन्हें अस्पताल पहुंचाया तो मुझे पता लगा कि यह सैफ अली खान हैं।