Kejriwal angry Rajiv Kumar ; नेशनल डेस्क : दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। इसके साथ ही आरोप- प्रत्यारोप का खेल भी तेजी से चल रहा है। सभी राजनीति दल अपने उम्मीदवारों के लिए चुनावी प्रचार में जुटे हुए है। बता दें कि दिल्ली में एक चरण में 5 फरवरी को चुनाव होने है, वहीं 8 फरवरी को इसका रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसी बीच आज बृहस्पतिवार को दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्य चुनाव आयुक्त पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए और आयोग के वरिष्ठ अधिकारी राजीव कुमार को भी आड़े हाथों लिया। केजरीवाल ने उन्हें राजनीति में आने की चुनौती दी और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। आइए जानते है इस पूरी खबर को विस्तार से…
राजीव कुमार पर CEC पर तंज…
दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी राजीव कुमार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा, “राजीव कुमार जी को अब पोस्ट-रिटायरमेंट नौकरी चाहिए। जितना नुकसान उन्होंने चुनाव आयोग को पहुंचाया है, उतना किसी और ने नहीं किया। अगर उन्हें राजनीति करनी है तो उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए।” केजरीवाल ने यह भी कहा कि राजीव कुमार ने चुनाव आयोग को इस कदर नुकसान पहुंचाया है कि इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
BJP द्वारा चादरें और पैसे बांटे जा रहे….
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बीजेपी द्वारा चादरें और पैसे बांटे जा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग की ओर से ऐसी भाषा लिखी जा रही है, जो असल में चुनाव आयोग की नहीं हो सकती।” इससे स्पष्ट था कि केजरीवाल चुनाव आयोग पर पक्षपाती होने का आरोप लगा रहे थे।
यमुना में जहर और हरियाणा सरकार पर आरोप
इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी में प्रदूषण को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने जानबूझकर यमुना में जहर मिलाकर दिल्ली भेजा। उन्होंने मीडिया से कहा, “दिल्ली को पीने का पानी हरियाणा से मिलता है, और यमुना भी वहीं से आती है। हरियाणा में भाजपा की सरकार है, और उन्होंने यमुना के पानी में जहर मिलाकर दिल्ली भेज दिया।”
दिल्ली जल बोर्ड ने बचाई स्थिति
केजरीवाल ने आगे कहा कि यह दिल्ली जल बोर्ड की सजगता थी कि इंजीनियरों ने पानी को बॉर्डर पर ही रोक लिया और इसे दिल्ली में आने से बचा लिया। अगर यह पानी दिल्ली में आ जाता और पीने के पानी के साथ मिल जाता, तो स्थिति बहुत गंभीर हो सकती थी। उन्होंने कहा कि इस पानी में इतना जहरीला तत्व था कि दिल्ली के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट भी उसे साफ नहीं कर पाते और लाखों लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती।
चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण की मांग
केजरीवाल के इस विवादास्पद बयान के बाद चुनाव आयोग ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। यह विवाद तब से बढ़ा, जब केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग बीजेपी के पक्ष में काम कर रहा है और सही तरीके से चुनावों की निगरानी नहीं कर रहा है।
अरविंद केजरीवाल का बयान दिल्ली चुनावों में राजनीति का नया मोड़ लेकर आया है। उनके आरोप चुनाव आयोग और बीजेपी के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं। इसके साथ ही, यमुना में पानी की गुणवत्ता को लेकर उनकी चिंताएं भी गंभीर हैं, जिनकी जांच की आवश्यकता महसूस हो रही है।