बिहार पुलिस को रोकने का आरोप
बता दें कि राम कदम ने आरोप लगाया कि जब बिहार पुलिस जांच के लिए मुंबई पहुंची, तो उन्हें भी रोक दिया गया। उन्होंने यह सवाल उठाया कि ऐसा क्यों किया गया और क्या कारण था कि उद्धव ठाकरे सरकार के लोग जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।
#WATCH मुंबई: भाजपा नेता राम कदम ने कहा, ” जब पूरा देश सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच CBI को सौंपने की मांग कर रहा था, तब उद्धव ठाकरे सरकार ने जानबूझकर लापरवाही बरती। जब बिहार पुलिस जांच के लिए मुंबई आई, तो उन्हें भी रोक दिया गया था। क्या वजह थी? उद्धव ठाकरे सरकार के… pic.twitter.com/HRERKJTf24
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2025
फर्नीचर हटाने और रंगाई-पुताई करने का आरोप
इसके साथ ही भाजपा नेता ने यह भी कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के घर से फर्नीचर हटा दिया गया था और उसकी रंगाई-पुताई की गई, ताकि किसी भी प्रकार के सबूत को मिटाया जा सके। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि यह सब क्या मतलब रखता है और क्यों इन कदमों को उठाया गया।
दिशा सालियान के पिता का दर्द
राम कदम ने दिशा सालियान के पिता का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें यह महसूस हो रहा है कि उनकी बेटी को न्याय नहीं मिला है। इसका आरोप उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार और उसके करीबी लोगों पर लगाया।
CBI जांच की आवश्यकता
राम कदम ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे सरकार ने सही समय पर सुशांत सिंह राजपूत मामले को सीबीआई को सौंप दिया होता, तो शायद सुशांत के परिवार को न्याय मिल चुका होता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आज तक सुशांत के परिवार को न्याय नहीं मिला है, तो इसके लिए उद्धव ठाकरे सरकार जिम्मेदार है। राम कदम के बयान से यह स्पष्ट है कि भाजपा नेता ने सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान के मामलों में न्याय की मांग की है और उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार पर जांच में रुकावट डालने और सबूतों को मिटाने का आरोप लगाया है।