पंजाब वन विभाग की पठानकोट, होशियारपुर में तीन इको-पर्यटन परियोजनाओं की योजना

  चंडीगढ़: पंजाब वन विभाग पठानकोट और होशियारपुर में तीन पर्यावरण अनुकूल पर्यटन परियोजनाएं विकसित करने के लिए तैयार है। विभाग का इरादा पर्यटकों को ऐसे स्थानों पर ले जाने का है, जहां अभी अधिक पर्यटक नहीं जाते हैं। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि विभाग ने पठानकोट में.

 

चंडीगढ़: पंजाब वन विभाग पठानकोट और होशियारपुर में तीन पर्यावरण अनुकूल पर्यटन परियोजनाएं विकसित करने के लिए तैयार है। विभाग का इरादा पर्यटकों को ऐसे स्थानों पर ले जाने का है, जहां अभी अधिक पर्यटक नहीं जाते हैं। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि विभाग ने पठानकोट में रंजीत सागर जलाशय के पास कुलारा द्वीप पर एक इको-टूरिज्म परियोजना और होशियारपुर में तलवाड़ा और मैली बांध में ऐसी दो अन्य परियोजनाएं स्थापित करने की योजना तैयार की है।

परियोजनाओं के तहत विभाग ने हर मौसम में ‘कैंंिपग’ के लिए ‘झोपड़ियां’ बनाने और जल क्रीड़ा, पक्षी-दर्शन, जीप सफारी और प्रकृति व्याख्या केंद्र विकसित करने की योजना बनाई है। विभाग पहले से ही होशियारपुर में चोहाल और थाना बांध, पठानकोट में धार और मोहाली के सिसवान में शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में इसी तरह की परियोजनाएं चला रहा है।

पंजाब के वन मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि सरकार इको-पर्यटन परियोजनाओं को विकसित करने के लिए कई कदम उठा रही है। वन संरक्षक (उत्तर र्सिकल) संजीव तिवारी ने कहा, ‘‘हमारी योजना पठानकोट के धार में कुलारा द्वीप पर 18 एकड़ भूमि में फैली एक इको-टूरिज्म परियोजना स्थापित करने की है। हम द्वीप पर 20 कॉटेज विकसित करेंगे।

वहां जल क्रीड़ा सहित कई गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी। तिवारी ने कहा कि तलवाड़ा में इको-पार्क पर्यटकों को एक पहाड़ी से पूरे शहर का दृश्य दिखाएगा, जिसे ‘हवामहल’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना एक एकड़ वन भूमि में फैली होगी। तिवारी ने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य पंजाब में अछूते परिदृश्य को प्रर्दिशत करना और जंगली जानवरों और जैव विविधता के बारे में जागरूकता पैदा करना है।

 

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