Scindia ने इस्पात क्षेत्र में नवीनतम तकन, पुनर्चक्रण को बढ़ाने पर जोर दिया

नई दिल्ली: केंद्रीय इस्पात एवं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्पात क्षेत्र के हितधारकों से इस क्षेत्र में तेजी लाने के लिए नए विचार,नवाचार और नयी तकनीकें अपनाने का आह्वान किया है। इस्पात मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित “चिंतन शिविर” को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने उत्पादन की गुणवत्ता.

नई दिल्ली: केंद्रीय इस्पात एवं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्पात क्षेत्र के हितधारकों से इस क्षेत्र में तेजी लाने के लिए नए विचार,नवाचार और नयी तकनीकें अपनाने का आह्वान किया है। इस्पात मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को यहां विज्ञान भवन में आयोजित “चिंतन शिविर” को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार के लिए क्षमता और क्षमता बढ़ाने के लिए टीम भावना, प्रेरणा, निरंतरता और निरंतर सीखने के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, “सॉफ्ट स्किल पहलू किसी व्यक्ति या संस्थान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने इस उद्योग के लिए कच्चे माल के मुद्दों के समाधान तथा साथ-साथ सर्कुलर अर्थव्यस्था (इस्तेमाल हो चुकी सामग्री के पुनर्चक्रण पर आधारित अर्थव्यवस्था) में इस्पात उद्योग के योगदान पर विशेषज्ञों के दृष्टिकोण की सराहना की। साथ ही उन्होंने इस्पात क्षेत्र में ‘रिवर्स लॉजिस्टिक्स’ की आवश्यकता पर बल दिया जिसमें आपूर्ति श्रृंखला के विशेष प्रबंध के माध्यम से पुरर्चक्रण लायक सामान क्रेता के पास से पुन: बिक्रेता या उत्पादक के पास पहुंचाया जाता है।

इस्पात मंत्री ने कहा कि संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों में कबाड़ के उत्पादन और वसूली के रास्तों की पहचान करने और देश में चक्रीयता की तीव्रता को बढ़ाने के लिए नीतियों और संरचनाओं को तैयार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “हम इस्पात उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने और राष्ट्र के विकास के लिए इस्पात का उत्पादन बढ़ाने की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार हैं। ” इस कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के सचिव एन एन सिन्हा, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, इस्पात क्षेत्र के केंद्रीय उपक्रमों के अधिकारियों और इस्पात क्षेत्र के अन्य हितधारकों ने भाग लिया।

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