पाकिस्तान में बढ़े हुए बिजली बिलों के विरोध में कारोबारी संगठनों की हड़ताल

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बढ़े हुए बिजली बिलों के विरोध में देशभर में विभिन्न कारोबारी संगठनों ने हड़ताल की। दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) और व्यापारिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया और उन्हें वकीलों से भी समर्थन मिला। कराची, लाहौर और पेशावर के साथ-साथ अन्य शहरों में वाणिज्यिक गतिविधियां बंद रहीं। वहीं मुख्य.

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बढ़े हुए बिजली बिलों के विरोध में देशभर में विभिन्न कारोबारी संगठनों ने हड़ताल की। दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी (जेआई) और व्यापारिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया और उन्हें वकीलों से भी समर्थन मिला। कराची, लाहौर और पेशावर के साथ-साथ अन्य शहरों में वाणिज्यिक गतिविधियां बंद रहीं। वहीं मुख्य सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन अधिकतर बंद रहा।कराची में ताजिर एक्शन कमेटी (टीएसी) ने सरकार को शुक्रवार को बिजली बिल घटाने और हाल ही में बढ़ाई गईं पेट्रोल की कीमतों को कम करने के लिए 72 घंटे का समय दिया था। संस्था ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने उसकी मांगें पूरी नहीं कीं तो 10 दिन लंबी हड़ताल की जाएगी।

टीएसी के संयोजक मुहम्मद रिजवान ने कहा कि हड़ताल में शामिल होने के लिए किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं है। यह स्वैच्छिक है। कराची चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने हड़ताल के आह्वान का समर्थन किया। हालांकि, उसके अध्यक्ष मोहम्मद तारिक यूसुफ ने कहा कि बड़े उद्योग हड़ताल का हिस्सा नहीं हैं।फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफपीसीसीआई) के अध्यक्ष इरफान इकबाल शेख ने कहा कि सरकार हालात को समझने में नाकाम रही। उन्होंने कहा, ह्लआíथक संकट से उबरने के लिए हटकर सोचना होगा। हड़ताल ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा है कि बढ़े हुए बिल बड़ी समस्या नहीं हैं और सरकार इसका समाधान निकालेगी।उन्होंने शुक्रवार को कहा था, यह (बढ़े हुए बिजली बिल) बड़ा मुद्दा नहीं हैं, लेकिन राजनीतिक दल चुनावी बातें कर रहे हैं और इसे एक सामाजिक मुद्दे के तौर पर पेश कर रहे हैं। उदय कोटक ने कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ पद से इस्तीफा दिया नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) कोटक मंिहद्रा बैंक के संस्थापक एवं प्रवर्तक उदय कोटक ने बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद से इस्तीफा दे दिया।

बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को यह जानकारी दी। कोटक ने रिजर्व बैंक द्वारा तय समयसीमा से तीन महीने पहले अपना इस्तीफा दिया। उनके पास बैंक में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है कोटक महिंद्रा बैंक ने साथ ही बताया कि संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपक गुप्ता 31 दिसंबर तक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की जिम्मेदारी निभाएंगे।शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक, बैंक की आज हुई बोर्ड बैठक में उदय कोटक के इस्तीफे पर विचार किया गया और वह एक सितंबर 2023 से बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ नहीं रहे। वह अब बैंक के गैर-कार्यकारी निदेशक बन गए हैं। नियामक आदेश के अनुसार प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कार्यकाल को 15 साल तक सीमित कर दिया गया था। इसके बाद बैंक के बोर्ड ने इस साल की शुरुआत में उदय कोटक को दिसंबर में उनका वर्तमान कार्यकाल खत्म होने के बाद गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने का फैसला किया था।

कोटक ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, कोटक महिंद्रा बैंक में उत्तराधिकार का विषय मेरे लिए सबसे प्रमुख है, क्योंकि हमारे चेयरमैन, मुझे और संयुक्त एमडी सभी को साल के अंत तक पद छोड़ना है। मैं इस विदाई को क्रम से शुरू करके सुचारु रूप से परिवर्तन सुनिश्चित करना चाहता हूं। मैं अब यह प्रक्रिया शुरू कर रहा हूं और स्वेच्छा से सीईओ पद से इस्तीफा देता हूं। कोटक ने कहा कि बैंक को प्रस्तावित उत्तराधिकारी के लिए आरबीआई की मंजूरी का इंतजार है, जो एक जनवरी 2024 से कार्यभार संभालेंगे।उन्होंने आगे कहा कि वह संस्थापक के रूप में ब्रांड कोटक से गहराई से जुड़े हुए हैं और गैर-कार्यकारी निदेशक एवं महत्वपूर्ण शेयरधारक के रूप में संस्थान की सेवा करना जारी रखेंगे।

कोटक ने कहा, विरासत को आगे बढ़ाने के लिए हमारे पास एक उत्कृष्ट प्रबंधन टीम है। संस्थापक चले जाते हैं, लेकिन संस्थान हमेशा के लिए फलता-फूलता रहता है। उन्होंने 38 साल पहले तीन कर्मचारियों के साथ कोटक महिंद्रा की शुरुआत की थी, जो आज एक प्रतिष्ठित बैंक और वित्तीय संस्थान है।उन्होंने कहा, हमने अपने हितधारकों के लिए मूल्य तैयार किया है और एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां दी हैं। वर्ष 1985 में हमारे साथ 10,000 रुपये का निवेश आज लगभग 300 करोड़ रुपये का होगा। मुझे विश्वास है कि यह भारतीय स्वामित्व वाली संस्था भारत को एक सामाजिक और आíथक महाशक्ति बनाने के लिए आगे भी अपनी भूमिका निभाती रहेगी। कोटक ने बैंक के चेयरमैन प्रकाश आप्टे को हाथ से लिखे एक संदेश में कहा कि अब आगे बढऩे का समय आ गया है और अपने कार्यकाल की समाप्ति से तीन महीने पहले इस्तीफा देने का निर्णय इस प्रक्रिया को क्रमबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए लिया गया है।

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