मुंबई: हर कोई फैशन और स्टाइल के मामले में खुद को अपडेट रखना पसंद करता है। उन्हें किसी भी तरह से पीछे नहीं रहना है. ऐसा ही एक चलन जो जोर पकड़ रहा है वह है हेयर कलरिंग। अपने बालों को गाढ़े रंगों से रंगना एक चलन है। लेकिन क्या आप जानते हैं बालों.
मुंबई: Combination Skin की विशेषता दो अलग-अलग प्रकार की त्वचा होती है – कुछ क्षेत्रों में तैलीय त्वचा और चेहरे के अन्य क्षेत्रों में शुष्क त्वचा। इस त्वचा के प्रकार में अक्सर माथे, ठोड़ी और नाक को शामिल करने वाला टी-ज़ोन शामिल होता है, जो चेहरे के बाकी हिस्सों की तुलना में अधिक तैलीय.
* मैक्सी स्कर्ट: पूरी लंबाई वाली स्कर्ट का अपना ट्विस्ट और टर्न है। बदलाव और चलन के लिए यह डिज़ाइनरों का पसंदीदा टुकड़ा रहा है। इसे औपचारिक रात्रिभोज, फिल्मों और समुद्र तट पर भी पहना जा सकता है। इसे अपनी पसंद के अनुसार घुमाएँ, मैक्सी स्कर्ट को पहनना और स्टाइल करना आसान है, चाहे मौसम.
स्किन को क्लीन व नौरिश कौन नहीं करना चाहता। क्योंकि इससे न सिर्फआपकी स्किन हैल्दी बनी रहती है, साथ ही आपको ग्लोइंग स्किन भी मिलती है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि ग्लोइंग व हाइड्रेट स्किन के लिए सिंपल व इजी प्रोसेस है फेस स्टीमिंग। जिसे आप घर पर भी खुद से कर सकती हैं.
साड़ी ऐसा पहनावा है, जो पारंपरिक होते हुए भी हॉट लुक दे सकता है। साड़ी हर किसी पर फबती है। इसे पहनने का तरीका हर प्रदेश में अलग-अलग होता है। लहंगा, बटरफ्लाई, जलपरी आदि प्रचिलत स्टाइलों में से हैं। साड़ी पहनने के कुछ हॉट स्टाइल निम्न हैं। बटरफ्लाई साड़ी : बटरफ्लाई स्टाइल साड़ी डिजाइन में.
कौन सी ऐसी महिला या लड़की होगी जो नहीं चाहेगी कि उसके पैर खूबसूरत दिखें? अकसर फटी एड़ियां ना सिर्फआपके पैरों में दर्द देती हैं बल्कि उनकी खूबसूरती को भी कम कर देती हैं। अब आपको किसी फंक्शन या पार्टी में जाना हो तो एड़ियों को छुपाने की जरूरत नहीं। बल्कि आप अपने सुंदर-सुंदर पैरों.
एक फिल्म में अभिनेता राजकुमार का डायलॉग बहुत प्रसिद्ध है, ‘’इतने हसींन पांव जमीन पर मत रखिए मैले हो जाएंगें।’’ जब इतने हसीन पांवों में पायल की रु नझुन सुनाई देती है तो उनकी खूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है। अंग्रेजी में एंकलेट कही जाने वाली पायल महिलाओं के पैरों में चार चांद लगा देती.
सेवा की भावना तथा निस्वार्थ सेवा की धारणा से प्रेरित हो कर चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट 15 दिनों के ‘सेवा पखवाडा’ का आयोजन कर रहा है। जिस के दौरान बुजुगों, मदहलाओं और बच्चों सहित समाज के सभी वगों के लिए कई गतिविधियों के माध्यम से सेवा प्रदान की जायेगी। इस ‘सेवा पखवाडा’ की शरुुआत 17 सितंबर.