पैरों की खूबसूरती बढ़ाएंगी ये पायल,आप भी लें यहां से आईडिया

एक फिल्म में अभिनेता राजकुमार का डायलॉग बहुत प्रसिद्ध है, ‘’इतने हसींन पांव जमीन पर मत रखिए मैले हो जाएंगें।’’ जब इतने हसीन पांवों में पायल की रु नझुन सुनाई देती है तो उनकी खूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है। अंग्रेजी में एंकलेट कही जाने वाली पायल महिलाओं के पैरों में चार चांद लगा देती.

एक फिल्म में अभिनेता राजकुमार का डायलॉग बहुत प्रसिद्ध है, ‘’इतने हसींन पांव जमीन पर मत रखिए मैले हो जाएंगें।’’ जब इतने हसीन पांवों में पायल की रु नझुन सुनाई देती है तो उनकी खूबसूरती और अधिक बढ़ जाती है। अंग्रेजी में एंकलेट कही जाने वाली पायल महिलाओं के पैरों में चार चांद लगा देती है। नई नवेली दुल्हन के पैरों में भारी और चौड़ी पायल सजती है तो रोज की दिनचर्या में महिलाएं हल्की फुल्की कम वजन की पायल पहनना पसंद करतीं हैं। पहले जहां केवल चांदी और सोने की पायल ही प्रचलन में होती थी वहीं वर्तमान समय में सोने चांदी के साथ साथ कुंदन, मोती, और नग की फैशनेबल डिजायन वाली पायल बाजार में हर रेंज में उपलब्ध हैं।

पारंपरिक सोने-चांदी की पायल : सदा से ही प्रचलन में रहने वाली सोने और चांदी से बनी पायल देखने में बहुत सुंदर लगती है। छोटे-छोटे घुंघरु ओं से युक्त इस पायल में कई बार मीना और नग आदि का भी प्रयोग किया जाता है। सोने की पायल की अपेक्षा महिलाएं डेली रूटीन में चांदी की पायल पहनना अधिक पसंद करतीं हैं। इस प्रकार की पायल शादी ब्याह में दुल्हन के लिए अधिक प्रयोग की जाती है।

अजमेरी पायल : जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह राजस्थान की पारंपरिक पायल है। चांदी से बनी यह पायल आम पायलों से अधिक वजनीली और चौड़ी होती है। शहरी महिलाओं की अपेक्षा आदिवासी और जनजातीय महिलाओं में स्वयं को विवाहित प्रदिर्शतत करने के लिए अजमेरी पायल को पहना जाता है।

टो रिंग पायल : पैर की उंगली से लेकर पंजे को कवर करती हुई एंकल में पहनी जाने वाली यह पायल प्रत्येक उम्र की महिलाओं में अत्यधिक प्रचिलत है। इसमें कई लड़ियां होती हैं जो पूरे पैर को कवर कर लेतीं हैं। हल्की से हल्की और भारी से भारी वजन में यह बाजार में बड़ी ही सुगमता से उपलब्ध है। सोने चांदी के अलावा यह मोतियों और नगों में भी बनायी जाती है जिससे हर वर्ग के लिए इसे खरीदना काफी आसान होता है। शादी विवाह जैसे फंक्शन्स में इस प्रकार की पायल अधिक पहनी जातीं हैं।

पोलकी पायल : पोल्की पायल सुनहरी धातु में ही बनायी जाती हैं। अन्य पायलों की अपेक्षा यह अधिक रंगीन और आकर्षक होती है। रंगीन होने के कारण यह प्रत्येक परिधान पर फबती है। कुंदन मोती पायल : सोने की रेगुलर पायल में कीमती रत्नों को सोने के अंदर जड़ा जाता है। यह घुंघरू और बिना घुंघरूवाली दोनों प्रकार की होती है। साधारण पायल की अपेक्षा यह काफी नाजुक और कीमती होती है। बारात पालकी डिजायन कुंदन की प्रमुख डिजायन है।

आक्सीडाइज्ड पायल : रंग में काली होने के बावजूद आक्सीडाइज्ड ज्वैलरी आजकल सभी उम्र की महिलाओं को बहुत लोकिप्रय है। इन पायलों का मोर डिजायन खासा लोकिप्रय है। इसमें आगे की ओर लगी लटकन इसकी खूबसूरती को दोगुना कर देती है।

– ध्यान रखने योग्य बातें :यदि आपको पायल पहनने की आदत नहीं है तो एकदम हल्की चेन डिजायन से शुरू आत करें।

– कीमती, जडाऊ और नगों वाली पायल को डेली रूटीन की अपेक्षा कभी कभार पहनना ही श्रेयस्कर होता है अन्यथा इनकी चमक और सौन्दर्य समाप्त हो जाता है।

– पायल खरीदते समय उसके कुंदे और डिजायन को भली भांति चेक करें ताकि पहनते समय यह आपके कपड़ों में न फंसे।

– अन्य पायलों की अपेक्षा चांदी की पायल डेली रु टीन में पहनना उत्तम रहता है, क्योंकि यह बहुत टिकाऊ और मजबूत होती है, परंतु समय-समय पर इनको साफ करना अत्यंत आवश्यक होता है अन्यथा इनमें गंदगी भर जाती है जो दिखने में बहुत भद्दी लगती है इन्हें साधारण डिटर्जेंट के घोल से बड़ी ही सुगमता से साफ किया जा सकता है।

– पायल खरीदते समय पैर में पहनकर अवश्य देखें। ध्यान रखें कि यह एकदम ढीली न हो क्योंकि पहनने के कुछ समय बाद यह थोड़ी लूज हो जाती है अत: पैर में एकदम फिट पायल ही खरीदें।

– फैशनेबल पायल को प्रयोग करने के बाद पायल को सुरिक्षत बाक्स में रखें। संभव हो तो अन्य ज्वैलरी से पृथक रखें।

– यदि आपकी चांदी सोने की पायल काफी समय से उपयोग में नहीं आयी है तो इसे ज्वैलर के पास ले जाकर साफ कराएं फिर प्रयोग करें। इससे आपकी पायल नई सी लगने लगेगी।

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